हिरन का पीछा (Kahani)

April 1988

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एक शिकारी हिरन का पीछा करता आ रहा था। जान बचाने के लिये हिरन अंगूर की लताओं में छिप गया। शिकारी को गया जानकर उसने अंगूर की सारी बेल चर ली, इस पर शिकारी ने उसे देख लिया और मार दिया।

जो आश्रय देने वाले के साथ कृतघ्नता करता है उसकी हिरन जैसी दशा होती है।


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