एक अध्यापक ने ब्लैक बोर्ड पर दो अंक लिख दिये 5 और 3। छात्रों से इसका हल पूछा।
छात्रों में से किसी ने 8, किसी 2,किसी ने 15 बताया वे जोड़, बाकी,गुणा कुछ भी करते और उतावली में उत्तर देते।
अध्यापक ने सभी उत्तरों को गलत ठहराया और कहा-उतावले बच्चों, हल करने से पूर्व तुम्हें यह पूछना था कि आखिर पूछा क्या जा रहा है?
जीवन की समस्याओं का स्वरूप और कारण न जानने पर भी उनके समाधान के लिए चलने वाली दौड़−धूप प्रायः इसी कारण निरर्थक चली जाती है।