एक बदचलन कही जाने वाली औरत कहीं जा रही थी। रास्ते में प्यासा कुत्ता छटपटाता हुआ मिला। उसका दिल पसीजा। अपनी धोती की रस्सी और जूते का लोटा बनाकर उसने कुएं से पानी खींचा और कुत्ते की प्यास बुझाई।
आवाज आई-’मुलायम दिल वाले बदचलन उनसे अच्छे हैं जो ईमान की बात करते हैं-पर भीतर से संग दिल हैं।’