एक आदमी ने चिड़िया के बच्चे पकड़े और दरी में लपेट लिये। चिड़िया तड़फड़ाई। आदमी ने दरी का खोला तो चिड़िया उन बच्चों से लिपट गई। आदमी ने चिड़िया को भी बच्चों समेत दरी में बाँध लिया।
इन्हें लेकर वह हजरत के पास पहुँचा और पूछा इन परिन्दों का क्या करूं?
रसूलिल्लाह ने कहा—ऐ नेकबख्त रहम करना सीख और इन्हें वहीं छोड़कर आ जहाँ से इन्हें पकड़ा है।