मनुष्य की सबसे बड़ी प्रार्थना यह है कि वह असत्य से सत्य की ओर बढ़े, अंधेरे से उजाले की दिशा में अग्रसर हो, मृत्यु से अमृतत्व की तरफ पग बढ़ाए।