शल्य विज्ञान के क्षेत्र में अनेकानेक अनुसंधान, आविष्कार करने वाले जान हंटर से किसी ने पूछा, ‘आपकी इतनी सफलताओं का कारण क्या है?’
उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी गहराई से यह विचार करता हूँ कि कल्पना और क्षमता की दृष्टि से यह काम संभव और सही है क्या? जो आज की परिस्थितियों में शक्य है, उसी में हाथ डालने की आदत ने मुझे अनेकों सफलता दिलाई है। कल्पनाओं की व्यावहारिकता को कसौटी पर कसने में कभी उपेक्षा नहीं बरती।’