सफाई और व्यवस्था से मनुष्य के व्यक्तित्व के विकास की क्षमता बढ़ती है (Kahani)

December 1996

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एडीसन महान् वैज्ञानिक हुए हैं गरीब माँ के बेटे थे। पर बचपन से ही वैज्ञानिक बनने की बात किया करते थे। माँ ने सोचा इसे किसी वैज्ञानिक के पास रख दूँ तो शायद इसका समाधान हो जाय । विज्ञान पढ़ाने की क्षमता तो उसमें थी नहीं।

एक वैज्ञानिक के पास वे एडीसन को ले गयी। वैज्ञानिक ने एडीसन को एक झाड़ू देकर अपनी प्रयोगशाला की सफाई करने को कहा। एडीसन ने काम घड़े करीने से किया।

वैज्ञानिक ने यह सब देखकर -” इस बालक में वैज्ञानिक बनने के हुआ है। आप इसे मेरे पास छोड़ दें। यह वैज्ञानिक जरूर बन जाएगा सफाई और व्यवस्था से मनुष्य के व्यक्तित्व के विकास की क्षमता बढ़ती है। और उसी से उसके स्तर का पता भी लग जाता है।


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