यदि जीवन में बुद्धिमानी की कोई बात है तो वह एकाग्रता है, और यदि कोई खराब बात है तो वह है— अपनी शक्तियों को बिखेर देना। बहुचित्तता कैसी भी हो, इससे क्या। वह चीज अच्छी है जो सारे खिलवाड़ और भ्रम की चीजों को दूर कर देती है और हमें हृदय से अपने काम करने के लिए भेजती है।
— एक राही