युगनिर्माण योजना के सक्रिय सदस्यों, कर्मठ कार्यकर्त्ताओं एवं कर्मयोगी वानप्रस्थों को कार्यक्षेत्र में उतरकर सफलता प्राप्त करने की व्यावहारिक शिक्षा देने का प्रबंध किया गया है। इसमें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पक्ष डायलॉग-रिहर्सल पद्धति से सिखाए जाएँगे। आवश्यक संगीतशिक्षा, वक्तृत्व कला, विविध कर्मकांडों का क्रियाकलाप, संगठन-सूत्र आयोजनों की व्यवस्था आदि की यह व्यावहारिक शिक्षाप्राप्त कार्यकर्त्ता योजनाओं की गतिविधियों का सर्वत्र सफल संचालन कर सकेंगे। यह प्रशिक्षण तीन-तीन महीने का होगा। पहला शिविर 1 जुलाई से 30 सितंबर तक है। भोजन व्यय स्वयं उठाना होगा। जिन्हें आना हो, पूर्वस्वीकृति प्राप्त कर लें।
युगनिर्माण आंदोलन की गतिविधियों की जानकारी—भावी योजनाएंँ, निर्देश एवं सूचनाएँ, शाखाओं के समाचार, अभियान की गतिविधियाँ, सफलताएँ आदि समस्त विवरण पाक्षिक ‘युगनिर्माण योजना’ में छपते हैं। आंदोलन में अभिरुचि रखने वालों को इसे पढ़ते रहना आवश्यक है,वार्षिक चंदा 10) मात्र है।
1 जुलाई से आरंभ होने वाले शिक्षण-शिविर में सम्मिलित होने तथा पाक्षिक पत्रिका के सदस्य बनने का अखंड ज्योति के पाठकों से विशेष अनुरोध है।
उपरोक्त दोनों प्रयोजनों के लिए ‘युगनिर्माण योजना’ गायत्री तपोभूमि, मथुरा के पते पर पत्र व्यवहार करना चाहिए।