ग्रह-नक्षत्रों तक दौड़ने की अपेक्षा मेरी राय में हमें अपना घर सँभालना और धरती की उलझनों को सुलझाना ज्यादा जरूरी है। अब तक हम अपनी मूर्खताओं के कारण इस धरती को नरक बनाए हुए हैं और अब उन्हीं मूर्खताओं को अन्य ग्रह-नक्षत्रों पर फैलाने के लिए बढ़ें तो उसमें खुशी मनाने की बात क्या है?
—बट्रेंड रसेल