दूध का सेवन मनुष्य के स्वास्थ्य के लिये आवश्यक है, और दूध के द्वारा अनेक प्रकार की व्याधियाँ दूर हो सकती है, इस तथ्य को हमारा यहाँ के साधारण मनुष्य भी जानते हैं। बाल्यावस्था से ही हमारे यहाँ दूध पीने पर जोर दिया जाता है, क्योंकि लोगों का विश्वास है कि इस आयु में दूध का नियम पूर्वक सेवन करने से स्वास्थ्य से दृढ़ता और स्थिरता आती है वह जन्म भर मनुष्य की सहायक रहती है। इस दोष के चिकित्सा ग्रंथों में तो दूध को ‘भूलोक का अमृत’ बतलाया गया है। और प्रत्येक पशु के दूध के गुण विस्तार पूर्वक बतलाये गये हैं। जिनके आधार पर भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में अपने अनुकूल इसका उपयोग हो सके।