दुष्ट लोगों को निन्दा में बहुत आनन्द आता है। कौवा पक्षी सभी रसों को चखने के पश्चात गंदगी से ही सन्तुष्ट होता है।
-महाभारत
जो व्यक्ति तुम्हारे सामने औरों की निन्दा करता है वह अन्यों के सामने तुम्हारी भी निन्दा करने में नहीं चूकेगा।
-शेख सादी