अखण्ड-ज्योति के लेख।
ऐसा समझा गया है कि लेखों की अपेक्षा कथाओं द्वारा शिक्षा देना अधिक महत्वपूर्ण है। अतएव हम इस अंक से आगे शिक्षाप्रद कथाएं और महापुरुषों के दिव्य वचन विशेष रूप से रहा करेंगे। आशा है कि पाठक इसे पसन्द करेंगे। आध्यात्मिक साधनाओं को पत्रिका में प्रकट करने की अपेक्षा पुस्तकों द्वारा बताना उपयुक्त समझ कर साधना विषय पुस्तकों के रूप में और ज्ञान का प्रसार अखण्ड-ज्योति द्वारा हुआ करेगा। -सम्पादक।