काम की श्रेष्ठता इस आधार पर आँकी जानी चाहिए। कि उसके पीछे कितना बड़ा उद्देश्य था ओर करते समय उसे कितनी रुचिपूर्वक किया गया।
ईमानदार व्यक्ति को देखकर ही उसके यहाँ कोई वस्तु गिरवी रखी जाती है, बड़ा मकान देखकर नहीं। तुम अपना प्रेस और विश्वास उसे दो जो प्रामाणिक है।