भिक्षु कश्यप ने श्रावस्ती में योग के कई चमत्कार दिखाये तो उनका यश दूर-दूर तक फैल गया पर अब कश्यप की आत्म-कल्याण की साधनाओं के लिए समय ही न मिलता प्रशंसकों से घिरे रहते। यह देखकर भगवान बुद्ध वहाँ पहुँचे और बोले बेटा मनुष्य ने सदाचार का ध्यान न दिया, लोगों को प्रभावित करने में ही लग गया तो उसकी उन्नति का द्वार ऐसे ही घिर जाता है जैसे तू अपने प्रशंसकों से घिर गया।