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February 1983

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अविज्ञाते परे तत्वे शास्त्राधीतिस्तु निष्फला। विज्ञातेऽपि परे तत्वे शास्त्राधीतिस्तु निष्फला॥ -विवेक.-61

परमतत्व-आत्मतत्त्व को न जाना जा सकता तो शास्त्रों का अध्ययन करना निष्फल ही रहा और यदि जानना सम्भव हो सका तो भी शास्त्राध्ययन करना निष्फल ही होता है अर्थात् आत्म-ज्ञान हो जाने पर शास्त्राध्ययन की आवश्यकता नहीं रह जाती है।


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