ख्यातिनामा पियानो वादक पादरेवस्की से भेंट करने के लिए एक संगीत अध्यापक अपने छात्रों समेत पहुँचे। कुशल क्षेम के बाद आगन्तुक ने प्रार्थना की कि छात्रों को उपदेश और आशीर्वाद के रूप में कुछ कहें। पादरेवस्की ने अपने पियानो पर रखी एक पुस्तक की ओर संकेत करते हुए कहा - “मैं अभी भी हर दिन इस पुस्तक के आधार पर चार घण्टे नित्य अभ्यास करता हूँ”। अध्यापक ने अपने छात्रों को पादरेवस्की का संकेत सूत्र समझाते हुए कहा- अपने काम के प्रति सतत जागरुकता और तत्परता ही किसी दिशा में सफल होने का रहस्य है।
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