एक क्रान्तिकारी के रूप में मुझे अनुभव हुआ कि शिक्षा पद्धति में आमूल परिवर्तन हुए बिना भारत में कोई क्रान्तिकारी परिवर्तन सम्भव नहीं।
अँग्रेजी की शिक्षा प्रणाली और शासन तन्त्र हमने ज्यों का त्यों अपनाकर कितनी भूल की- यह आने वाला इतिहास ही बतला सकेगा।
-काका कालेलकर
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