उनकी प्रशंसा की जाती है जिनमें अपने विश्वासों पर अटल रहने का साहस रहा हो; पर कट्टरपंथी तथा धर्मांध लोग भी तो ऐसे ही आग्रही होते हैं। असल में इससे भी बड़ा प्रशंसनीय साहस है-अपने विश्वासों की निष्पक्ष आलोचना कर सकना और उनमें से जो गलत प्रतीत हों उन्हें छोड़ने के लिए तैयार हो जाना।
-सिडनी हैरिस
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