मूर्ख मनुष्य अपनी संपूर्ण मानसिक और आत्मिक शक्ति को छिछोरेपन, व्यर्थ की बकवास और स्वार्थयुक्त बातों में नष्ट कर देते हैं साथ ही बुरे कामों में अपना समय भी बर्बाद कर देते हैं।
मूर्ख लोग केवल इच्छा करते रहते हैं और जब उन्हें कुछ नहीं मिलता तो कुड़कुड़ाने लगते हैं, परन्तु बुद्धिमान मनुष्य काम करते रहते है और फल की प्रतीक्षा करते हैं।