वास्तविक उन्नति होना असंभव (kahani)

April 2000

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

एक बार पत्रकारों की गोष्ठी में बापू राजनीतिक प्रसंगों पर उत्तर दे रहे थे। उसी समय हास्य-विनोद की मुद्रा में एक पत्रकार ने पूछा कि यदि आपको एक दिन के लिए भारत का डिक्टेटर बना दिया जाए, तो क्या करेंगे ? बापू जी ने कहा-मैं सभी विचारशील व्यक्तियों और सरकारी कर्मचारियों को सफाई में जुटा दूँगा। सफाई ही सुव्यवस्था है। इसका जब तक महत्व न समझा जाएगा, तब तक किसी व्यक्ति या देश की वास्तविक उन्नति होना असंभव है।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles