बुद्धिमत्ता किसी को भी उत्तराधिकार या उपहार के रूप में नहीं मिली, उसे प्रयत्नपूर्वक बुद्धिमानों के सहचरत्व से अर्जित करना पड़ता है। -वेक्रन