एक फकीर खुदा से दुआ कर रहा था – “तू बुरों पर रहम कर” सुनने वालों ने फकीर से पूछा – “सब तो अच्छों के लिए दुआ करते हैं और आप हैं कि बुरों के लिए दुआ कर रहे हैं?” फकीर ने जवाब दिया, “अच्छों के लिए दुआ करने से क्या लाभ ? उन्हें तो खुदा ने अच्छा ही पैदा किया ;उनके कारण तो दुनिया में अच्छाई रहेगी ही, दुआ तो उनके लिए करनी चाहिए, जो बुरे हैं; ताकि उनमें अच्छे काम कर दुनिया को अच्छा रखने का उत्साह पैदा हो।”
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