अमीरी प्राप्त करने के लिए भी त्याग और परिश्रम की आवश्यकता होती है। परन्तु वह त्याग और परिश्रम व्यक्तिगत लाभ, प्रतिष्ठा और स्वार्थ के हेतु किए जाते हैं, इसलिये वे समाज-विघातक सिद्ध होते हैं।
-दादा धर्माधिकारी
शिशुओं की जन्म संख्या बढ़ रही है। इस प्रकार की शाक-भाजियाँ बेस्वाद मालूम पड़ती है और उबालने पर उनका पानी काले रंग का हो जाता है। इंग्लैण्ड के ‘डेली एक्सप्रेस’ पत्र में इसी की पुष्टि के विवरण से समाचार छपे हैं। जर्मनी के एक खेत में अधिक डी.डी.टी. का प्रयोग हो जाने के कारण उस खेत में चरने वाले 12 जानवर, हजारों पक्षी और ढेरों मधु मक्खियों को अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ा।
उचित यही है कि हम जोश के साथ होश को भी कायम रखें और अधिक उत्पादन के लालच में इतने अधिक व्यग्र न हो जायें कि उत्पादन का मूल आधार ही हाथ से निकल जाय।