“आइन्स्टाइन को विद्यार्थी जीवन में सभी छात्र बुद्धू कहकर चिढ़ाते थे। कई बार अनेक छात्रों ने उनकी पीठ पर बुद्धू की चिट तक चिपका दी थी। कक्षा में गणित के प्रश्न समझाने के बाद अध्यापक कोई बात पूछते तो आइन्स्टाइन बगलें झाँका करते थे। उनके इस बुद्धूपन से परेशान होकर अध्यापक ने कई बार कह दिया था ‘तुम सात जन्मों में भी गणित नहीं सीख सकते।’
यही बालक बड़ा होकर विश्व का प्रसिद्ध महान अणु वैज्ञानिक तथा गणितज्ञ बना। एक बार एक विद्यार्थी ने आइन्स्टाइन से महानता का रहस्य पूछा तो उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में कभी भी हिम्मत न हारी इसीलिए गणित जो मेरे लिए सबसे कठिन विषय था इतना आसान बन गया।”