Quotation

December 1970

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प्रकृति परमात्मा की इच्छा-शक्ति का अभिव्यक्ति रूप है।

मनुष्य के तमाम पाप और उसकी तमाम भूलों का सुधार प्रकृति एक माता की तरह रमण करती है इसलिये वह उपाय है उपभोग नहीं।


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