(पं. तुलसीराम शर्मा, वृन्दावन)
“लगभग 10 वर्ष हुए होंगे। श्री उड़िया बाबा की प्रेरणा से हाथरस निवासी लाला गणेशीलाल जी ने गंगा किनारे कर्णवास में चौबीस लक्ष गायत्री का अनुष्ठान कराया था। उस समय से गणेशीलाल जी की आर्थिक दशा दिन दिन ऊँची उठती गई और अब उनकी प्रतिष्ठा तथा सम्पन्नता उस समय से चौगुनी है। मैं उस अनुष्ठान में मौजूद था।”
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