उत्तम पुरुषों की संगति करनी चाहिए क्योंकि अच्छी संगति में पड़कर बुरे लोग भी अच्छे हो जाते हैं। पान के बीड़ों के साथ महुए या पलास के पत्ते भी बड़े लोगों के हाथों में पहुँच जाते हैं।