राष्ट्रीय सुरक्षा कोष हेतु पहली किश्त प्रधानमंत्री को समर्पित
राष्ट्रीय सुरक्षा कोष में गायत्री परिवार की ओर से रु 21लाख की पहली किश्त लेकर आदरणीय शैलबाला पंड्या तथा डॉ. प्रणव पंड्या 24 जून 1999 की संध्या को प्रधानमंत्री आवास पर दिल्ली पहुँचे। दिल्ली गायत्री परिवार के प्रतिनिधि श्री दिनेश कश्यप कैप्टन प्रशांत पटनायक, श्री सूरज प्रसाद शुक्ला सहित अन्य प्रमुख कार्यकर्ता भी उनके साथ थे।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने गायत्री परिवार की इस सद्भावनापूर्ण भेंट पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “राष्ट्र के नवनिर्माण एवं एकता, अखंडता के लिए जब धर्मतंत्र का प्रगतिशील प्रस्तुतीकरण करने वाली गायत्री परिवार जैसी संस्थाएँ तत्पर दिखायी देती है, तो विश्वास और भी दृढ़ होता है कि कोई भी बाहरी ताकत इस देश की साँस्कृतिक गरिमा एवं विविधता में एकता वाले स्वरूप को चोट नहीं पहुँचा सकतीं। गायत्री परिवार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे रचनात्मक कार्यों से राष्ट्र सशक्त एवं मजबूत होगा।” उन्होंने वंदनीया माताजी के साथ बिताए गए क्षणों तथा उनके प्राप्त ममत्व का स्मरण करते हुए कहा- राष्ट्रसंत व स्वतंत्रता सेनानी पूज्य आचार्य जी ने गायत्री परिवार के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण का जो महान कार्य किया है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।”
अपने करोड़ों की जनशक्ति वाले विराट गायत्री परिवार की ओर से प्रतिनिधियों द्वारा प्रधानमंत्री जी को आश्वासन दिया गया कि राष्ट्र को जब भी जिस भी प्रकार की आवश्यकता होगी, यह परिवार मदद सभी परिजन कारगिल मोर्चे पर लड़ रहे सैनिकों के लिए अनिवार्य सामग्री एवं राशि का संचय कर श्री वेदमाता गायत्री ट्रस्ट के माध्यम से आपको उसके सुनियोजन हेतु अर्पित करते रहेंगे। अभी तुरंत का लक्ष्य सवा करोड़ रुपये अगली किश्त में जमा करने का संकल्प लिया गया है।