VigyapanSuchana

August 1999

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समयदान हेतु महाकाल का आमंत्रण

परमपूज्य गुरुदेव के कहा-हमारे विचार, क्राँति के बीज हैं ये युगपरिवर्तन करने में समर्थ है। यदि आप हिम्मत करके कदम बढ़ाए हमारे साथ, तो बात बन जाएगी॥ महाकाल अपनी शर्तों पर आपको आमंत्रण दे रहा है। हमारे साहित्य को घर-घर पहुँचाए, यह साहित्य लोगों के विचारों में परिवर्तन लाएगा और इक्कीसवीं लोगों के विचारों में परिवर्तन लाएगा और इक्कीसवीं सदी में उज्ज्वल भविष्य लाने का श्रेय आपको मिल जाएगा।

पूज्यवर रचित वाङ्मय, जो उनका मूर्तिमान् स्वरूप है, घर-घर पहुँचे इसके लिए यदि आप दो मास का समयदान दे सकते है, तो निम्न जानकारियों सहित आवेदन भेजें। टोलियाँ 1 अक्टूबर 99, 1 दिसम्बर 99, 1 फरवरी 2000, 1 अप्रैल 2000, 1 जून 2000 से निकलेंगी।

जानकारियाँ-नाम-पता फोन नं., आयु, शिक्षा पद व्यवसाय, आप पर कौन-कौन आश्रित है? गायत्री परिवार से कब जुड़े? समयदान की अवधि का विवरण दें।

व्यवस्थापक, अखण्ड ज्योति संस्थान, मथुरा


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