महानता के अभ्यास जन समुदाय के बीच रहकर ही हो सकता है। तालाब में प्रवेश करके ही तैरना सीखा जाता है। एकान्त में अवसर के अभाव में किसी की वास्तविकता को किस प्रकार परखा जाय।