कबिरा चिहृ बावरी, ताते नास-बिनास

June 1980

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ठ्ठद्य ड्ढद्धठ्ठभ्; क्द्मस्द्भ ,स्र द्गह्व शद्मब्ह्य द्गह्वह्न"; द्गह्यड्ड ड्ढह्व द्य॥द्मद्ध द्वद्बस्रद्भ.द्मद्मह्यड्ड स्रह्य द्बक्वस्नद्मस्र&द्बक्वस्नद्मस्र स्रर्द्म; म्द्मह्य= द्धह्व/द्मर्द्मंद्धद्भह् द्दस््न द्बभ्क्र;ह्यस्र ड्ढद्धठ्ठभ्; क्द्बह्वद्म स्रद्ग द्यश्वद्दद्मब्ह्द्ध द्दस््न क्द्मस्द्भ द्बभ्द्म;त्न द्य॥द्मद्ध स्रह्य द्बद्मद्य ,स्र&,स्र द्धश॥द्मद्मफ् द्दस््न द्धह्लस द्दद्ध ,स्र ,ह्यद्यद्ध ड्ढद्धठ्ठभ्; द्दस्] द्धह्लद्यह्य ठ्ठद्मह्य द्धश"द्म; द्धद्गब्ह्य द्दस् ,स्र द्भद्यह्वद्म] ठ्ठख्द्यद्भद्म शद्म.द्मद्ध्न ड्ढह्व ठ्ठद्मह्य द्धश"द्म;द्मह्यड्ड स्रह्य क्ह्वह्नद्यद्मद्भ द्वद्यह्य य़द्मह्वह्यद्धठ्ठभ्; क्द्मस्द्भ स्रद्गर्ह्यंद्धठ्ठभ्; ठ्ठद्मह्यह्वद्मह्य द्यड्डय़द्म, ठ्ठद्ध फ्ड्ढ द्दस््न द्धह्लसद्म स्रद्मह्य ठ्ठद्मह्यद्दद्भद्म स्रर्द्म; स्रद्भह्वद्म द्बरु+ह्द्म द्दस््न ठ्ठद्मह्यद्दद्भद्म ठ्ठद्मद्ध;क्रश द्यश्वद्दद्मब्ह्वद्म द्बरु+ह्द्म द्दस््न ड्ढद्यद्धब्, द्वद्यस्रद्म द्गद्दक्रश ॥द्मद्धक्; ड्ढद्धठ्ठ;द्मँ स्रद्ध क्द्बह्यम्द्मद्म क्द्ध/द्मस्र द्दस््न द्वठ्ठद्मद्दद्भ.द्म स्रह्य द्धब्, 'द्मद्भद्धद्भ रुशद्मरुद्ध; स्रद्मह्य द्दद्ध ब्ह्य्न रुशद्मरुस्न; स्रद्मह्य ष्ह्वद्मह्वह्य ;द्म द्धष्फ्द्मरु+ह्वह्य द्गह्यड्ड ह्लद्ध॥द्म द्गद्दक्रशद्बख्.र्द्मं रुस्नद्मद्मह्व द्भ[द्मह्द्ध द्दस्ड्ड क्क्कहृह्य रुशद्मरुस्न; स्रह्य द्धब्, द्यश्व;स्र− छ्वद्ग क्द्मस्द्भ द्यश्वष्स्र− द्धशछ्वद्मद्ग द्धह्लह्ह्वद्म क्द्मश';स्र द्दस्] द्वद्यद्यह्य ॥द्मद्ध ञ्ज;द्मठ्ठद्म स्रद्दद्ध द्यश्व;स्र− क्द्मद्दद्मद्भ स्रद्ध क्द्मश';स्रह्द्म द्बरु+ह्द्ध द्दस््न द्ब;र्द्मंढ्ढह् द्बद्धद्भछ्वद्ग द्धस्र;द्म ह्लद्म; क्द्मस्द्भ द्धशछ्वद्मद्ग स्रद्ध द्यद्गह्नद्धश्चह् :द्ब द्यह्य द्धब्;द्म ह्लद्म;] ब्ह्यद्धस्रह्व ;द्धठ्ठ [द्मद्मह्वद्बद्मह्व स्रद्म द्यड्ड;द्ग ह्व द्भ[द्म ह्लद्म; ह्द्मह्य रुशद्मरुस्न; ष्ह्वह्वह्य ;द्म द्यह्नद्भद्धम्द्मह् द्भद्दह्वह्य स्रद्मह्य क्द्म'द्मद्म /द्मख्द्धद्गब् द्दद्ध द्भद्दह्यफ्द्ध्न

'द्मद्भद्धद्भ द्धह्वशर्द्मंद्द ;द्म रुशद्मरुस्न; द्यड्डद्भम्द्म.द्म स्रह्य द्धब्, द्धह्लह्ह्वद्ध द्गद्म=द्म द्गह्यड्ड ॥द्मद्मह्यह्लह्व स्रद्ध क्द्मश'स्र;ह्द्म द्भद्दह्द्ध द्दस्] ब्द्मह्यफ् द्बभ्द्म;त्न द्वद्यद्यह्य क्द्ध/द्मस्र द्दद्ध [द्मद्म ब्ह्यह्ह्य द्दस््न द्बद्मह्य"द्म.द्म क्द्मस्द्भ द्यद्गह्नद्धश्चह् क्द्मश';स्र 'द्मद्धष्ठह् द्बभ्ठ्ठद्मह्व स्रद्भह्वह्य शद्मब्ह्य [द्मद्मस्त्र&द्बठ्ठद्मस्नर्द्मं क्द्मद्यद्मह्वद्ध द्यह्य द्धद्गब् ह्लद्मह्ह्य द्दस््न ब्ह्यद्धस्रह्व ब्द्मह्यफ् रुशद्मठ्ठ स्रह्य श'द्मद्ध॥द्मख्ह् द्दद्मह्यस्रद्भ [द्मद्मस्त्र&क्[द्मद्मस्त्र क्द्मस्द्भ द्गँद्दफ्ह्य&द्यरुह्ह्य स्रर्ड्ढं ह्द्भद्द स्रह्य ॥द्मद्मह्यह्लह्व स्रद्भह्ह्य द्भद्दह्ह्य द्दस््न ह्लह्द्धशह्व द्धह्वशर्द्मंद्द स्रह्य द्धब्, द्यद्म/द्मद्मद्भ.द्म क्द्मह्यद्भ द्यरुह्ह्य ॥द्मद्मह्यह्लह्व द्यह्य द्दद्ध स्रद्मद्ग श्चब् ह्लद्मह्द्म द्दस््न द्वद्यह्य ह्ह्य;द्मद्भ स्रद्भह्वह्य स्रह्य द्धब्, ह्र;स्नर्द्मं स्रह्य कड्डंक&?द्म.क ॥द्मद्ध ह्वद्दद्धड्ड स्रद्भह्वह्य द्बरु+ह्ह्य्न ब्ह्यद्धस्रह्व ;द्द रुशद्मठ्ठ द्दद्ध द्दस् द्धह्लद्यस्रह्य स्रद्मद्भ.द्म ब्द्मह्यफ् क्क्कहृद्ध&॥द्मब्द्ध [द्मद्मस्त्र द्यद्मद्गफ्भ्द्ध स्रद्मह्य द्धद्गर्श्चं&द्गद्यद्मब्ह्य ह्ह्यब् क्द्मस्द्भ ?द्मद्ध द्गह्य ह्ब्द्म&फ्ब्द्म स्रद्भ क्[द्मद्मस्त्र ष्ह्वद्म ब्ह्यह्ह्य द्दस्

;द्धठ्ठ रुशद्मठ्ठ स्रह्य श्चष्ठस्रद्भ द्गह्यड्ड ह्व द्बरु+ह्य ह्लद्म; क्द्मस्द्भ द्वद्बब्ष्ट/द्म [द्मद्मस्त्र द्यद्मद्गफ्भ्द्ध स्रद्मह्य द्वद्यस्रह्य द्बभ्द्म—द्धह्स्र :द्ब द्गस्ड्ड द्दद्ध फ्भ्द्द.द्म द्धस्र;द्म ह्लद्म;ह्य ह्द्मह्य द्यद्भब्ह्द्म द्यह्य रुशद्मरुस्नद्म स्रद्मह्य ष्ह्वद्म;ह्य द्भद्दद्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न ॥द्मद्मद्भह्द्ध; ;द्मह्यद्धफ्;द्मह्य ह्वह्य ड्ढद्यद्धद्धब्, द्यद्म/द्मह्वद्म द्गह्यड्ड द्यड्ड;द्ग स्रद्मह्य द्गद्दक्रशद्बख्.र्द्मं रुस्नद्मद्मह्व द्धठ्ठ;द्म द्दस् क्द्मस्द्भ द्वद्यद्गह्यड्ड ॥द्मद्ध रुशद्मठ्ठ द्यड्ड;द्ग द्बद्भ क्द्मस्द्भ क्द्ध/द्मस्र ष्ब् द्धठ्ठ;द्म फ्;द्म द्दस् रुशद्मठ्ठ स्रह्य ष्द्मस्रद्भ.द्म द्दद्ध ब्द्मह्यफ् [द्मद्मस्त्र द्बठ्ठद्मस्नद्मद्मर्ह्यं स्रह्य द्वद्ब;द्मह्यफ्द्ध क्ड्ड'द्म ह्व"क स्रद्भ ठ्ठह्यह्ह्य द्दस््न ह्स्नद्मद्म स्रह्यशब् द्धह्वत्नद्यक्रश] क्ह्वह्नद्ब;द्मह्यफ्द्ध ॥द्मद्मह्यञ्ज; द्बठ्ठद्मस्नर्द्मं द्दद्ध [द्मद्मह्वह्य स्रह्य द्धब्, ष्श्चद्म द्भद्दह्द्म द्दस््न

रुद्मशद्मरुस्न; द्भम्द्मद्म स्रद्म द्बद्दब्द्म क्द्मस्द्भ द्गद्दक्रशद्बख्.र्द्मं द्यख्= द्दस् रुशद्मठ्ठ स्रह्य द्धब्, ह्वद्दद्धड्ड रुशद्मरुस्न; क्द्मस्द्भ द्बद्मह्य"द्म.द्म स्रह्य द्धब्, ॥द्मद्मह्यह्लह्व्न ;द्द द्यख्= ह्॥द्मद्ध द्य/द्म द्यस्रह्द्म द्दस् ह्लष्द्धस्र रुशद्मठ्ठह्यद्धठ्ठभ्; स्रह्य ह्द्मस्द्भ द्बद्भ द्धह्लसद्म स्रद्म द्यड्ड;द्ग द्धस्र;द्म ह्लद्म;्न [द्मंक−कद्म] द्गद्धक्चद्म] ह्द्धह्द्म] श्चद्भद्बद्भद्म क्द्मद्धठ्ठ स्रर्ड्ढं ह्द्भद्द स्रह्य रुशद्मठ्ठ द्दद्मह्यह्ह्य द्दस् क्द्मस्द्भ ड्ढह्व द्यशद्मठ्ठद्मह्यड्ड द्गह्यड्ड द्यह्य द्यष्स्रद्ध क्द्बह्वद्ध&क्द्बह्वद्ध द्बद्यठ्ठ द्दद्मह्यह्द्ध द्दस््न क्द्बह्वद्ध द्बद्यठ्ठ स्रह्य रुशद्मठ्ठ स्रद्म द्भद्य ब्ह्यह्वह्य स्रह्य द्धब्, ब्द्मह्यफ् क्द्मश';स्रह्द्म क्द्मस्द्भ द्वद्ब;द्मह्यद्धफ्ह्द्म स्रद्ध द्वद्बह्यम्द्मद्म स्रद्भ ठ्ठह्यह्ह्य द्दस््न ह्स्नद्मद्म क्[द्मद्मस्त्र क्द्मस्द्भ ठ्ठह्न"द्बद्मक्क; ॥द्मद्मह्यह्लह्व फ्भ्द्द.द्म स्रद्भह्ह्य द्दस््न ड्ढद्यद्ध द्यह्य ह्द्भद्द&ह्द्भद्द स्रह्य द्भद्मह्यफ्] ठ्ठह्नष्ब्ह्द्म क्द्मस्द्भ रुशद्मरुस्न; द्धशस्रद्मद्भद्मह्य स्रद्म ह्लद्ग द्दद्मह्यह्द्म द्दस््न द्धस्रद्यद्ध क्द्मद्दद्मद्भ 'द्मद्मरु=द्ध ह्वह्य ड्ढद्य द्यठ्ठ॥र्द्मं द्गह्यड्ड द्वद्धश्चह् द्दद्ध स्रद्दद्म द्दस् द्धस्र द्गह्वह्न"; क्द्बह्वद्ध ह्लद्ध॥द्म द्यह्य द्दद्ध द्यद्ग; स्रह्य द्बर्ख्शं रुश;ड्ड क्द्बह्वद्ध स्रष्भ् [द्मद्मह्यठ्ठह्द्म द्दस् ;द्द द्वद्धु क्म्द्मद्भ'द्मत्न द्यक्र; द्दस््न रुशद्मठ्ठ द्धब्ढ्ढद्यद्म क्द्मस्द्भ ॥द्मद्मह्यह्लह्व स्रद्म द्बद्मह्य"द्मद्म स्रह्य द्धब्, ह्वद्दद्धड्ड द्भद्यद्मरुशद्मठ्ठह्व स्रह्य द्धब्, द्धह्व/द्मर्द्मंद्भ.द्म द्दद्ध शद्द स्रद्मद्भ.द्म द्दस्] द्धह्लद्यस्रह्य श'द्मद्ध॥द्मख्ह् द्दद्मह्यस्रद्भ द्गह्वह्न"; क्द्बह्वद्म ष्द्दह्नद्गख्घ; रुशद्मरुस्न; फ्शद्मह्द्म क्द्मस्द्भ ह्व"क स्रद्भह्द्म द्दस््न

य़द्मह्वह्यद्धठ्ठभ्; स्रह्य :द्ब द्गह्यड्ड ह्लद्ध स्रद्म स्रर्द्म; द्भद्य फ्भ्द्द.द्म स्रद्भह्वद्म द्दस् ह्द्मह्य स्रद्गर्ह्यंद्धठ्ठभ्; स्रह्य :द्ब द्गह्यड्ड ह्लद्ध॥द्म ष्द्मह्यब्ह्वह्य] ह्र;शद्दद्मद्भ स्रद्भह्वह्य स्रद्म स्रद्मद्ग स्रद्भह्द्ध द्दस््न ठ्ठख्द्यद्भह्य ह्र;द्धु;ह्यद्म द्यह्य क्क्कहृह्य ष्ह्नद्भह्य द्यश्वष्/द्म स्रह्यशब् ह्लद्ध॥द्म स्रह्य त्त्द्मद्भद्म द्दद्ध ष्ह्वह्ह्य द्दस््न ,स्र द्दद्ध ष्द्मह् स्रद्मह्य ठ्ठद्मह्य ,ह्यद्यह्य द्ध॥द्मह्व&द्ध॥द्मह्व <ड्डफ् द्यह्य स्रद्दद्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस् द्धस्र ,स्र ह्द्भद्द द्यह्य ह्द्मह्य शद्द द्यह्नह्वह्वह्य शद्मब्ह्य द्दद्म सठ्ठ; ह्लद्धह् ब्ह्य क्द्मस्द्भ ठ्ठख्द्यद्भह्य <ड्डफ् द्यह्य शद्द ह्र;द्धु स्रद्मह्य 'द्म=ह्न ष्ह्वद्म ठ्ठह्य्न ह्र;द्धुक्रश स्रह्य क्द्मस्द्भ फ्ह्न.द्म ष्द्मठ्ठ द्गह्यड्ड द्यद्मद्गह्वह्य क्द्मह्ह्य द्दस्] द्बद्दब्ह्य ह्द्मह्य शद्मद्मद्ध स्रह्य त्त्द्मद्भद्म द्दद्ध ब्द्मह्यफ् ,स्र&ठ्ठख्द्यद्भह्य स्रह्य द्यश्वद्बर्स्रं द्गह्य क्द्मह्ह्य द्दस््न ड्ढद्यद्ध द्यह्य स्रद्दद्म फ्;द्म द्दस् द्धस्र ह्लद्मह्य स्रह्नहृ ष्द्मह्यब्द्म ह्लद्मह्द्म द्दस् द्वद्यद्ध द्यह्य ह्र;द्धुक्रश स्रद्ध स्नद्मद्ग द्बद्दश्चद्मह्व द्दद्मह्यह्द्ध द्दस््न द्यद्मद्गद्मद्धह्लस्र द्यश्वष्/द्म क्द्मस्द्भ क्द्मद्बद्यद्ध ह्र;शद्दद्मद्भ ष्द्दह्नह् स्रह्नहृ शद्मह्द्मब्द्मद्ब त्त्द्मद्भद्म द्दद्ध ष्ह्वह्ह्य क्द्मस्द्भ द्धष्फ्रु+ह्ह्य द्दस् ड्ढद्यद्ध क्द्म/द्मद्मद्भ द्बद्भ ह्र;द्धष्ठह् ठ्ठख्द्यद्भद्मह्य स्रद्ध ठ्ठक्वद्ध"क द्गह्यड्ड द्यश्वद्गद्मह्व द्बभ्द्मढ्ढह् स्रद्भह्द्म ह्स्नद्मद्म छ्व)द्मरुद्बठ्ठ ष्ह्वह्द्म द्दस््न ड्ढद्यद्ध ह्स्न; द्यह्य द्यरु—ह् स्रद्धश ह्वह्य ड्ढद्य द्बभ्स्रद्मद्भ फ्द्म;द्म द्दस् &

द्धद्बस्ररुह्द्म शंघ—".द्मत्न द्बद्भद्ग:.द्म;द्म द्ब'श्चद्धह् ठ्ठक्व'द्मद्म

द्बद्भद्मद्बक्र;ठ्ठ−शह्य"द्मद्ध रुशद्यह्नह्द्गद्धद्ब ह्वद्मह्य द्बद्मब्;द्धह् ;त्न्न

;म्द्मद्मस्नर्द्मं ;द्मह्यकद्गद्ध"द्मद्मड्ड द्यस्रब् ह्लफ्ह्द्मड्ड शब्॥द्म ह्द्गद्मह्यड्ड

ह्व ठ्ठद्मह्य"द्मद्म फ्.;ह्ह्य [द्मब्ह्न द्ग/द्मह्नद्भ शद्मश्चद्मड्डष्ठशद्धश्चठ्ठद्धद्ब्न्न

क्स्नद्मर्द्मंह्− & स्रद्मह्य;ब् स्रद्मह्य ठ्ठह्य[द्मद्मह्य] 'द्मष्ठब् द्यह्य ,स्रठ्ठद्ग स्रद्मब्द्ध ब्ख्कद्ध] क्द्मँ[द्मह्य द्दद्गह्य'द्मद्म ब्द्मब्] ठ्ठख्द्यद्भह्य द्बद्धम्द्म;द्मह्यड्ड स्रद्ध द्यह्द्मह्व द्यह्य------- स्रद्भह्वह्य शद्मब्द्ध क्द्मस्द्भ क्द्बह्वद्ध द्यह्द्मह्व स्रद्म ॥द्मद्ध द्बद्मब्ह्व ह्व स्रद्भह्वह्य शद्मब्द्ध] द्धक्तद्भ ॥द्मद्ध द्धह्लद्यह्य ठ्ठह्य[द्मद्मह्य शद्दद्ध द्वद्यह्य द्बभ्ह्यद्ग द्यह्य रुद्गद्भ.द्म स्रद्भह्द्म द्दस् द्यश्च ह्द्मह्य ;द्द द्दस् द्धस्र द्धह्लद्यस्रद्ध शद्म.द्मद्ध द्गह्यड्ड द्गद्म/द्मर्ह्न; द्दद्मह्यह्द्म द्दस् द्वह्वस्रह्य ठ्ठद्मह्य"द्मद्मह्य स्रद्मह्य ॥द्मद्ध ब्द्मह्यफ् ॥द्मख्ब् ह्लद्मह्ह्य द्दस््न

क्चफ्] ष्ह्यर्ड्ढंद्गद्मह्व] /द्मर्ख्ह्] ॥द्मभ्"कद्मश्चद्मद्भद्ध] ह्र;द्मद्बद्मद्भद्ध] ह्र;शद्यद्म;द्ध] ,ह्लह्यंक क्द्मस्द्भ क्;द्म; ब्द्मह्यफ् शद्म.द्मद्ध स्रह्य त्त्द्मद्भद्म] शद्मह्द्मब्द्मद्ब स्रह्य त्त्द्मद्भद्म द्दद्ध ब्द्मह्यफ्द्मह्यड्ड द्यह्य क्द्बह्वद्म स्रद्मद्ग द्धह्वस्रद्मब्ह्ह्य द्दस् क्द्मस्द्भ ॥द्मद्धह्द्भ स्रद्म स्रह्नद्धंकब् ॥द्मद्मशह्वद्म द्भद्दह्ह्य द्दह्न, ॥द्मद्ध द्धह्लह्वद्यह्य द्यश्वद्बर्स्रं स्रद्भह्ह्य द्दस्] द्वद्दह्य शद्मह्द्मब्द्मद्ब त्त्द्मद्भद्म ड्ढद्य ह्द्भद्द द्बभ्॥द्मद्मद्धशह् स्रद्भ ब्ह्यह्ह्य द्दस् द्धस्र द्वह्वस्रद्म द्गड्डह्ह्र; द्बख्द्भद्म द्दद्मह्यह्ह्य द्दद्ध ष्ह्वह्द्म द्दस् ह्लष् ष्ह्नद्भह्य द्वठ्ठ−ठ्ठह्य';द्मह्यड्ड स्रद्ध द्बख्द्धह् स्रह्य द्धब्, द्धस्र;द्म फ्;द्म द्यश्वद्बर्स्रं ॥द्मद्ध द्गद्म= शद्मह्द्मब्द्मद्ब क्द्मस्द्भ द्ग/द्मह्नद्भ शद्म.द्मद्ध त्त्द्मद्भद्म द्यक्तब् द्दद्मह्य ह्लद्मह्द्म द्दस् ह्द्मह्य ड्ढद्यस्रद्म स्रद्मह्यर्ड्ढं स्रद्मद्भ.द्म ह्वद्दद्धड्ड द्दस् द्धस्र ह्र;द्धुक्रश स्रह्य द्धशस्रद्मद्य द्गह्यड्ड द्ग/द्मह्नद्भ शद्मह्द्मब्द्मद्ब द्यह्य स्रद्मह्यर्ड्ढं द्यद्दद्म;ह्द्म ह्वद्दद्धड्ड द्धद्गब्ह्य्न

द्यश्च ह्द्मह्य ;द्द द्दस् द्धस्र द्ग/द्मह्नद्भ ॥द्मद्म"द्मद्ध ह्र;द्धु द्दद्ध क्; ब्द्मह्यफ्द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड क्द्मस्द्भ द्यद्गद्मह्ल द्गह्यड्ड ब्द्मह्यस्रद्धद्बभ्; ष्ह्वह्ह्य द्दस् ह्स्नद्म ठ्ठख्द्यद्भद्मह्य द्यह्य ष्द्मठ्ठद्भ श छ्व)द्म द्बभ्द्मढ्ढह् स्रद्भह्ह्य द्दस््न क्क्कहृह्य द्वठ्ठ−ठ्ठह्य'; द्यह्य] द्यठ्ठ−॥द्मद्मशह्वद्म द्भ[द्मह्ह्य द्दह्न, ॥द्मद्ध द्धस्रद्यद्ध स्रद्मह्य स्रंकह्न ;द्म स्रर्स्रं'द्म शश्चह्व स्रद्दह्य ह्लद्म, ह्द्मह्य क्द्बह्यद्धम्द्मह् द्बभ्॥द्मद्मश द्बरु+ह्वह्य स्रह्य रुस्नद्मद्मह्व द्बद्भ ष्द्भद्म द्बभ्॥द्मद्मश द्दद्ध द्बरु+ह्द्म द्दस््न ह्वद्धद्धह्'द्मद्मरु= स्रह्य क्ह्वह्नद्यद्मद्भ ह्द्मह्य ;द्द द्धरुस्नद्मद्धह् क्द्मह्वद्ध द्दद्ध ह्वद्दद्धड्ड ठ्ठद्ध ह्लद्मह्द्ध श्चद्मद्धद्द, द्धस्र द्धस्रद्यद्ध द्यह्य ष्ठब्ह्य'द्म स्रब्द्द ष्<ह्य्न

ड्ढद्य द्यश्वष्ह्व/द्म द्गह्यड्ड ह्लर्द्गंह्व ॥द्मद्म"द्मद्म स्रह्य द्गद्दद्मस्रद्धठ्ठ फ्ह्यंकह्य स्रह्य ह्लद्धशह्व स्रद्ध ,स्र ?द्मंकह्वद्म ष्द्दह्नह् द्गद्मद्धर्द्बंस्र द्दस् ह्लष् द्वह्वस्रद्ध द्बभ्स्नद्मद्ग द्बह्नरुह्स्र द्बभ्स्रद्मद्ध'द्मह् द्दह्नर्ड्ढं ह्द्मह्य क्द्मब्द्मह्यश्चस्रद्मह्यड्ड ह्वह्य द्बह्नरुह्स्र स्रद्ध ड्ढह्ह्वद्ध ह्द्ध[द्मद्ध क्द्मब्द्मह्यश्चह्वद्म स्रद्ध द्धस्रद्यद्मद्गद्म; ह्र;द्धु स्रठ्ठद्मद्धश्चह् द्दद्ध द्वह्व क्द्मब्द्मह्यश्चह्वद्मक्द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड क्द्बह्वद्म द्यह्ह्नब्ह्व द्यद्म/द्मह्य द्भद्द द्यस्रह्द्म स्नद्मद्म्न फ्ह्यंकह्य ह्वह्य ह्लद्मह्वष्ख्> स्रद्भ द्वह्व क्द्मब्द्मह्यश्चह्वद्मक्द्मह्यड्ड स्रद्म स्रद्मह्यर्ड्ढं द्वनद्मद्भ ह्वद्दद्धड्ड द्धठ्ठ;द्म्न ह्ष् द्वद्यस्रह्य द्धद्ग= द्वह्वस्रह्य द्बद्मद्य क्द्मस्रद्भ ष्द्मह्यब्ह्य] क्द्मद्ब ड्ढह्लद्मह्लह् ठ्ठह्य ह्द्मह्य क्द्मद्बस्रद्ध क्द्मह्यद्भद्यह्य द्दद्ग ब्द्मह्यफ् द्वह्व क्द्मब्द्मह्यश्चस्रद्मह्यड्ड स्रद्मह्य द्गह्नँद्द ह्द्मह्यरु+ द्वनद्मद्भ ठ्ठह्यड्डड्ड्न

ट्टह्र;स्नर्द्मं द्दस्] स्रद्दह्ह्य द्दह्न, फ्ह्यंकह्य द्दँद्यह्ह्य द्दह्न, ष्द्मह्यब्ह्य] द्गह्नद्दँ ह्द्मह्यरु द्वनद्मद्भ ठ्ठह्यह्वह्य द्यह्य द्बद्दब्ह्य क्द्मद्ब ब्द्मह्यफ् ,स्र फ्द्धह् द्यह्नद्धह्व,्न* ;द्द स्रद्दस्रद्भ द्वद्दद्मह्यह्वह्य ह्लद्मह्य फ्द्धह् द्यह्नह्वद्म;द्म] द्वद्यस्रद्म ॥द्मद्मशद्मस्नर्द्मं ;द्द स्नद्मद्म] ह्लष् द्धह्वठ्ठद्म स्रद्भह्वह्य शद्मब्ह्य स्रद्ध द्धह्लसद्म ह्ह्नश्वद्दह्य स्र"क ठ्ठह्यह्वह्य ब्फ्ह्य ह्द्मह्य द्वद्य स्र"क स्रद्मह्य द्दद्ध द्यद्मड्डक्रशह्वद्म द्गद्मह्वस्रद्भ >ह्यब्द्मह्यड्ड्न ;द्द द्यठ्ठद्म ;द्मठ्ठ द्भ[द्मद्मह्य द्धस्र ॥द्मद्मस्द्भह्य द्वद्यद्ध क्तख्ब् द्बद्भ क्द्मस्रद्भ ष्स्क्चह्ह्य द्दस्] द्धह्लद्यद्गह्यड्ड स्रह्नहृ द्भद्य क्द्मस्द्भ फ्/द्म द्दद्मह्यह्द्ध द्दस््न**

क्स्नद्मर्द्मंह्−&क्द्धद्बभ्; द्बभ्द्यड्डफ्द्मह्य स्रद्मह्य ॥द्मद्ध ठ्ठक्वद्ध"क द्यह्ह्नब्ह्व ष्ह्वद्म;ह्य द्भ[द्मस्रद्भ कद्मब्द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस् क्द्मस्द्भ द्ग/द्मह्नद्भ ॥द्मद्म"द्म.द्म त्त्द्मद्भद्म द्धस्रद्यद्ध स्रद्मह्य ॥द्मद्ध क्द्बह्वह्य श'द्म द्गह्यड्ड द्धस्र;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस्] ठ्ठख्द्यद्भद्मह्यड्ड स्रद्मह्य क्द्बह्वद्म ष्ह्वद्म;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस्] ब्द्मह्यफ्द्मह्यड्ड स्रह्य सठ्ठ; द्गह्य रुस्नद्मद्मह्व द्बद्म;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न द्धस्रद्यद्ध स्रद्धश ह्वह्य स्रद्दद्म द्दस् &

स्रद्मफ्द्म स्रद्मस्रद्मह्य /द्मह्व द्दद्भह्य] स्रद्मह्य;ब् स्रद्मस्रद्मह्य ठ्ठह्य;्न

द्गद्धक्चद्ध शद्म.द्मद्ध ष्द्मह्यब् स्रद्भ] ह्लफ् ष्द्य द्गह्यड्ड स्रद्भ ब्ह्य;्न्न

शरुह्ह्नह्त्न द्गक्वठ्ठह्न क्द्मस्द्भ द्ग/द्मह्नद्भ ॥द्मद्म"द्म.द्म द्यह्य ठ्ठह्न'द्गह्व ॥द्मद्ध क्द्बह्वह्य ष्ह्व ह्लद्मह्ह्य द्दस्] ड्ढद्यस्रह्य द्धशद्बद्भद्धह् स्रंकह्न] ह्द्धम्द्म.द्म ह्लब्द्ध स्रंकद्ध ष्द्मह्ह्यड्ड क्द्मस्द्भ ह्र;ड्डफ् शद्म.द्मद्मह्यड्ड द्यह्य द्धद्ग= ॥द्मद्ध 'द्म=ह्न ष्ह्व ह्लद्मह्ह्य द्दस््न

द्यड्डरु—ह् द्गह्यड्ड द्यद्मँद्ब स्रद्मह्य द्धत्त्द्धह्लश्द्ध स्रद्दद्म फ्;द्म द्दस् द्धह्लद्यस्रद्म क्स्नर्द्मं द्दस् ठ्ठद्मह्य ह्लद्ध॥द्म शद्मब्द्म्न स्रर्द्म; स्रद्ध ठ्ठक्वद्ध"क द्यह्य द्गह्वह्न"; स्रद्ध द्धह्लश्द्म ॥द्मद्ध ठ्ठह्यद्म द्बभ्स्रद्मद्भ स्रह्य स्रद्मद्ग स्रद्भह्द्ध द्दस् ,स्र द्यह्य ह्द्मह्य 'द्मद्भद्धद्भ रुशद्मरुस्न; स्रद्म द्यह्ह्नब्ह्व ष्ह्वह्द्म द्धष्फ्रु+ह्द्म द्दस् क्द्मस्द्भ ठ्ठख्द्यद्भह्य द्यह्य द्यद्मद्गद्मद्धह्लस्र द्धरुस्नद्मद्धह् ;द्म द्यश्वद्गद्मह्व ष्<+ह्द्म ?द्मंकह्द्म द्दस््न द्धह्लश्द्म स्रह्य ड्ढह्व ठ्ठद्मह्यह्वद्मह्य :द्बद्मह्यड्ड द्बद्भ] ठ्ठद्मह्यह्वद्मह्य स्रद्म;द्मर्ह्यं द्बद्भ ठ्ठक्वद्ध"क द्भ[द्मद्ध ह्लद्म; ह्द्मह्य द्गह्वह्न"; क्द्बह्वद्ध ह्लद्धशह्व द्यद्मस्नर्द्मंस्रह्द्म स्रद्ध क्द्म/द्मद्ध क्द्धंह्लब् ह्; स्रद्भ श्चह्नस्रद्म द्गद्मह्वह्वद्म श्चद्मद्धद्द,्न ;द्धठ्ठ ;द्द द्यड्ड;द्ग द्यह्ह्नब्ह्व ह्व द्भ[द्मद्म फ्;द्म ह्द्मह्य रुशद्मरुस्नद्म; क्द्मस्द्भ द्यश्वद्गद्मह्व ह्व"क द्बभ्द्म;त्न द्दह्नक्द्म द्दद्ध ह्लद्मह्वह्वद्म श्चद्मद्धद्द,्न


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