पू. गुरुदेव से भेंट के लिए जुलाई अगस्त ही उपलब्ध गायत्री शक्तिपीठों और व्यक्तिगत परामर्श के लिये इन्हीं दिनों आये

June 1980

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

;ह्नफ्द्मह्द्भद्ध; श्चह्यह्ह्वद्म ड्ढह्व द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड ह्ख्क्तद्मह्वद्ध फ्द्धह् द्यह्य द्बभ्[द्मद्भ द्दद्मह्य द्भद्दद्ध द्दस्] ड्ढद्यस्रद्म द्बद्धद्भश्च; ठ्ठह्य'द्म ॥द्मद्भ द्गह्यड्ड फ्द्म;=द्ध 'द्मद्धष्ठह् द्बद्धक्चद्मह्यड्ड क्द्मस्द्भ द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म स्रह्य द्बभ्द्धह् ह्ख्क्तद्मह्वद्ध द्वक्रद्यद्मद्द द्यह्य द्धद्गब्ह्द्म द्दस््न द्धद्बहृब्ह्य ष्द्यह् र्द्बशं स्रह्य क्शद्यद्भ द्बद्भ 24 फ्द्म;=द्ध 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्ध रुस्नद्मद्मद्बह्वद्म स्रद्म द्वठ्ठ−?द्मद्मह्य"द्म द्धस्र;द्म फ्;द्म स्नद्मद्म्न द्धब्;ह्य फ्;ह्य द्वद्य द्यरु−स्रंघद्ब द्गह्यड्ड ,स्र श"र्द्मं द्गह्यड्ड ठ्ठद्य फ्ह्नह्वद्ध शक्वद्ध) द्दह्नर्ड्ढं द्दस््न ठ्ठह्य'द्म ॥द्मद्भ द्गह्यड्ड द्धह्वद्गर्द्मं.द्मद्म/द्मद्धह्व ष्रु+ह्य 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्ध द्यड्ड[;द्म 240 द्यह्य ॥द्मद्ध क्द्ध/द्मस्र द्दद्मह्य फ्ड्ढ द्दस््न ह्लद्दद्मँ ॥द्मद्ध द्धह्वद्गर्द्मं.द्म स्रर्द्म; द्बख्द्भह्य द्दद्मह्य फ्;ह्य द्दस्ड्ड द्वह्व द्बभ्द्मह्द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व द्बभ्शद्मद्य द्गह्यड्ड ठ्ठद्मह्य द्गद्मद्द स्रह्य द्धब्, फ्;ह्य द्दह्न, द्दस्ड्ड्न ;ह्य द्बभ्द्मह् द्दस्ड्ड&फ्ह्नह्लद्भद्मह्] द्ग/;द्बभ्ठ्ठह्य'द्म] द्धष्द्दद्मद्भ] द्वरु+द्धद्यद्म] द्वनद्मद्भद्बभ्ठ्ठह्य'द्म] द्भद्मह्लरुस्नद्मद्मह्व क्द्मस्द्भ द्दद्धद्भ;द्म.द्मद्म्न ड्ढह्व द्बभ्द्मह्द्मह्यड्ड स्रह्य ह्स्;द्मद्भ 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्म द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व स्रद्भह्ह्य द्दह्न, ह्स्नद्मद्म द्धह्लद्यस्रद्ध ह्स्;द्मद्भद्ध श्चब् द्भद्दद्ध द्दस् द्वह्वस्रह्य द्वठ्ठ−ष्द्मह्य/द्मह्व स्रद्भह्ह्य द्दह्न, शह्य 15 ह्लख्ह्व ह्स्र शद्मद्धद्बद्य 'द्मद्मद्धह् स्रह्नह्ल द्बद्दह्नँश्च ह्लद्म;ह्यड्डफ्ह्य्न फ्द्म;=द्ध ह्द्बद्मह्य॥द्मख्द्धद्ग द्गस्नद्मह्नद्भद्म स्रह्य द्यड्डश्चद्मब्स्र द्बड्ड- ब्द्धब्द्मद्बद्धह् 'द्मद्गर्द्मं ह्स्नद्मद्म द्धद्ग'द्मह्व स्रह्य क्; द्बभ्द्गह्न[द्म स्रर्द्म;स्रह्द्म ॥द्मद्ध द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रह्य द्यद्मस्नद्म द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व द्बभ्शद्मद्य द्बद्भ फ्;ह्य द्दह्न, द्दस्ड्ड्न

द्यद्धद्धद्गह् द्यद्म/द्मह्वद्मह्यड्ड शद्मब्द्ध 'द्मद्म[द्मद्मक्द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड हृद्मह्यंकह्य द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म स्रह्य द्बभ्द्धह् क्द्मस्द्भ ह्द्धशभ् फ्द्धह् द्यह्य द्बभ्;द्मद्य श्चब् द्बरु+द्म द्दस््न द्बभ्ष्ब् ड्ढक्कहृद्म द्दद्मह्यह्ह्य द्दह्न, ॥द्मद्ध द्यद्म/द्मह्व ,शड्ड द्यह्नद्धश/द्मद्मक्द्मह्यड्ड स्रह्य क्॥द्मद्मश द्गह्यड्ड हृद्मह्यंकद्ध 'द्मद्म[द्मद्म, ड्ढह्व द्यड्डरुस्नद्मद्मह्वद्मह्यड्ड स्रद्मह्य ह्वद्दद्धड्ड ष्ह्वद्म द्बद्म द्भद्दद्ध स्नद्मद्धड्ड्न ड्ढह्व द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड द्गँद्दफ्द्मर्ड्ढं क्क्र;द्ध/द्मस्र ष्<+ ह्लद्मह्वह्य स्रह्य स्रद्मद्भ.द्म ड्ढद्गद्मद्भह्द्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म द्गह्यड्ड ब्द्मफ्ह् स्रद्म क्ह्वह्नद्बद्मह् क्द्मस्द्भ ॥द्मद्ध क्द्ध/द्मस्र ष्<+ फ्;द्म द्दस््न ,ह्यद्यद्ध द्धरुस्नद्मद्धह् द्गह्यड्ड ;ह्नफ् श्चह्यह्ह्वद्म स्रह्य द्धशरुह्द्मद्भ द्गह्यड्ड ॥द्मद्मद्भद्ध स्रद्धक्चह्वद्मर्ड्ढं द्बरु+ द्भद्दद्ध स्नद्मद्ध्न ष्रु+द्ध ब्द्मफ्ह् शद्मब्द्ध 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चह्यड्ड स्रस्द्यह्य ष्ह्वह्य द्धह्लद्यद्यह्य द्दद्भ म्द्मह्य= द्गह्यड्ड क्द्मब्द्मह्यस्र द्धशह्द्भ.द्म स्रद्म द्बभ्;द्मद्य क्फ्भ्फ्द्मद्गद्ध ष्ह्व द्यस्रह्यझ्र ,स्र क्द्मह्यद्भ क्द्धह्वशर्द्म; क्द्मश';स्रह्द्म क्द्मस्द्भ द्बद्धद्भह्लह्वद्मह्यड्ड स्रद्म क्द्यद्धद्ग द्वक्रद्यद्मद्द ठ्ठख्द्यद्भद्ध क्द्मह्यद्भ क्द्मद्धस्नर्द्मंस्र स्रद्धक्चह्वद्मर्ड्ढं द्य क्द्यद्गड्डह्लद्य द्वक्रद्बह्व द्दद्मह्य द्भद्दद्म स्नद्मद्म्न ड्ढद्यस्रद्म द्यद्गद्म/द्मद्मह्व हृद्मह्यंकह्य द्बभ्य़द्मद्बद्धक्च स्रह्य :द्ब द्गह्यड्ड <ख्<+द्म फ्;द्म ह्लद्मह्य द्धश'द्मह्य"द्म द्यक्तब् द्भद्दद्म्न हृद्मह्यंकह्य द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म द्गह्यड्ड 25 द्दह्लद्मद्भ स्रद्ध ब्द्मफ्ह् क्द्मर्ड्ढं द्दस््न ड्ढह्व द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड ब्फ्॥द्मफ् 1000 द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चह्यड्ड द्धह्वद्गर्द्मं.द्मद्म/द्मद्धह्व द्दस्ड्ड्न ड्ढह्वद्गह्यड्ड द्यह्य क्द्ध/द्मस्रद्मड्ड'द्म ड्ढद्य श"र्द्मं द्बख्द्भद्ध द्दद्मह्य ह्लद्म;ह्यड्डफ्द्ध्न द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म ,शड्ड ड्ढद्य श"र्द्मं द्दद्ध द्बख्द्भह्य स्रद्भ ब्ह्यह्वह्य स्रह्य द्बभ्द्धह् द्वक्रद्यद्मद्द स्रद्म ,स्र स्रद्मद्भ.द्म ;द्द ॥द्मद्ध द्दस् द्धस्र द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रद्म द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व द्बभ्शद्मद्य द्यह्व− 80 द्गह्यड्ड द्दद्ध द्बख्द्भद्म द्दद्मह्य ह्लद्म;ह्यफ्द्म्न द्वद्दह्यड्ड स्नद्मद्मह्यरु+ह्य द्यद्ग; द्गह्यड्ड क्क्र;द्ध/द्मस्र द्गद्दक्रशद्बख्.र्द्मं स्रर्द्म; ड्ढद्दद्धड्ड द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड द्धह्वद्बंकद्मह्वह्य द्दस्ड्ड्न

हृद्मह्यंकह्य द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म द्बद्भ द्दद्ध ड्ढह्व द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड क्द्ध/द्मस्र /;द्मह्व द्धठ्ठ;द्म ह्लद्म द्भद्दद्म द्दस््न ड्ढद्दह्यड्ड द्यद्भब्ह्द्म द्यह्य हृद्मह्यंकह्य ठ्ठह्यद्दद्मह्लद्मह्यड्ड द्गह्यड्ड ॥द्मद्ध ष्ह्वद्म;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न द्बद्मँश्च&द्बद्मँश्च द्गद्धब् स्रह्य म्द्मह्य= ,शड्ड द्बभ्द्म;त्न ठ्ठद्य फ्द्मँशद्मह्यड्ड द्गह्यड्ड द्यक्वह्लह्वद्मक्रद्गस्र द्यक्रद्बभ्शक्वद्धह्;द्मँ श्चब्द्मह्वह्य स्रह्य द्धब्, द्बभ्क्र;स्र द्बभ्य़द्मद्बद्धक्च स्रद्मह्य स्रह्यठ्ठभ् द्धष्ठ्ठह्न ष्ह्वद्म;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य] ड्ढद्गद्मद्भह्द्मह्यड्ड स्रह्य स्रर्ड्ढं ह्वस्र'द्मह्य स्रर्ड्ढं द्धरुह्लद्मड्ढह्वद्भद्मह्यड्ड स्रह्य क्ह्वह्नद्यद्मद्भ ष्ह्वह्ह्य ,शड्ड द्यद्ग;&द्यद्ग; द्बद्भ हृद्बह्ह्य द्भद्दह्य द्दस्ड्ड्न ड्ढह्वद्गह्यड्ड द्यह्य द्यष्द्यह्य द्यरुह्द्म] द्यद्भब् ,शड्ड द्वद्ब;द्मह्यफ्द्ध ह्व;द्म द्धरुह्लद्मड्ढह्व ड्ढद्य द्बभ्स्रद्मद्भ द्दस््न ड्ढद्गद्मद्भह् स्रह्य ष्द्धश्च द्गह्यड्ड 16 म 24 स्रद्म ,स्र स्रद्गद्भद्म ष्ह्वह्य्न द्वद्यस्रह्य श्चद्मद्भद्मह्यड्ड क्द्मह्यद्भ क्द्मक्च&क्द्मक्च क्तह्नंक स्रद्म ष्द्भद्मद्गठ्ठद्म द्भद्दह्य्न ष्द्भद्मद्गठ्ठद्मह्यड्ड स्रह्य स्रद्मह्यह्वह्य द्बद्भ श्चद्मद्भ स्रद्मह्यक्चद्धद्भ;द्मँ ष्ह्वद्म;द्ध ह्लद्म;ह्यड्ड्न ड्ढद्गद्मद्भह् स्रद्ध हृह् द्यद्धद्गह्यंक स्रद्ध श्चद्मठ्ठद्भ द्बद्भ [द्मद्बद्भस्ब् स्रद्ध ॥द्मद्ध ष्ह्व द्यस्रह्द्ध द्दस््न द्दद्मब् स्रह्य श्चद्मद्भद्मह्यड्ड क्द्मह्यद्भ श्चद्मद्भ क्तह्नंक श्चद्मस्रु+द्ध श्चष्ख्ह्द्भद्ध ,शड्ड द्ग/; द्गह्यड्ड क्द्मस्त्र'द्मद्धष्ठह् फ्द्म;=द्ध स्रद्ध ,स्र द्बभ्द्धह्द्गद्म स्रद्म द्गद्धठ्ठद्भ ष्ह्वद्मह्वह्य द्गह्यड्ड द्बभ्;ह्नष्ठह् द्दद्मह्य द्यस्रह्द्ध द्दस््न ठ्ठस्द्धह्वस्र ;य़ क्द्मद्धठ्ठ स्रह्य द्धब्, ष्द्मद्दद्भ [द्मह्नब्ह्य द्गह्यड्ड] ष्द्भद्मद्गठ्ठह्य द्गह्यड्ड क्स्नद्मशद्म द्दद्मब् द्गह्यड्ड ह्र;शरुस्नद्मद्म ष्ह्वद्म;द्ध ह्लद्म द्यस्रह्द्ध द्दस््न द्धद्बहृब्ह्य ड्ढब्द्मस्रह्य] क्द्मद्धठ्ठशद्मद्यद्ध म्द्मह्य=द्मह्यड्ड] द्यरुह्द्ध द्यद्मद्गफ्भ्द्ध द्यह्य द्बद्मँश्च द्दह्लद्मद्भ ह्स्र द्गह्यड्ड ष्ह्वद्म;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न ह्लद्मह्य स्रर्द्म; ष्रु+द्ध 'द्मद्धष्ठह् द्बद्धक्चह्यड्ड स्रद्भह्यड्डफ्द्ध] शद्दद्ध द्बभ्;द्मह्यह्लह्व ड्ढह्वस्रह्य त्त्द्मद्भद्म ॥द्मद्ध द्बख्द्भह्य द्दद्मह्य द्यस्रह्ह्य द्दस्ड्ड्न हृद्मह्यंकद्ध ब्द्मफ्ह् स्रह्य ड्ढह्व द्धह्वद्गर्द्मं.द्मद्मह्यड्ड स्रद्म ह्वद्मद्ग फ्द्म;=द्ध द्बभ्य़द्मद्बद्धक्च द्दद्मह्यफ्द्म्न

द्धह्वद्गर्द्मं.द्मद्म/द्मद्धह्व 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड ,शड्ड द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्ध द्यड्ड[;द्म ब्फ्॥द्मफ् ,स्र द्दह्लद्मद्भ द्दस््न ;ह्नफ् द्यद्ध/द्म स्रह्य द्बभ्स्नद्मद्ग श"र्द्मं द्गह्यड्ड द्बभ्;द्मद्य ;द्द द्दद्मह्यह्वद्म श्चद्मद्धद्द, द्धस्र ड्ढह्वस्रद्ध द्यड्ड[;द्म श्चद्मस्ष्द्धद्य द्यद्मस् द्दद्मह्य ह्लद्म;्न द्बभ्क्र;ह्यस्र स्रह्यठ्ठभ् स्रह्य द्यद्मस्नद्म ठ्ठद्य फ्द्मँश ह्लह्नरु+ ह्लद्म;ह्यड्ड ह्द्मह्य ;ह्नफ्द्मह्द्भद्ध; श्चह्यह्ह्वद्म स्रद्म द्धशरुह्द्मद्भ स्रद्म स्रर्द्म; श्चद्मस्ष्द्धद्य द्दह्लद्मद्भ फ्द्मँशद्मह्यड्ड द्यह्य द्बभ्द्मद्भश्व॥द्म द्दद्मह्य द्यस्रह्द्म द्दस््न

;ह्नफ् द्यद्ध/द्म स्रद्ध ष्ह्यब्द्म द्गह्यड्ड श्चब्ह्वह्य शद्मब्ह्य क्ह्वह्यस्रद्मह्यड्ड द्यक्रद्बभ्;द्मह्यह्लह्वद्मह्यड्ड द्गह्यड्ड ,स्र ब्म्; द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्धह्वद्गर्द्मं.द्म स्रद्म ॥द्मद्ध द्दस््न ड्ढह्व द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड हृद्मह्यंकद्ध 'द्मद्धष्ठह् द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्मह्य द्बभ्द्मस्नद्मद्धद्गस्रह्द्म ठ्ठद्ध ह्लद्म द्भद्दद्ध द्दस््न ष्रु+द्ध ह्द्मह्य ष्द्मठ्ठ द्गह्यड्ड ॥द्मद्ध ष्ह्वह्द्ध द्भद्द द्यस्रह्द्ध द्दस््न द्यद्मह्यश्चद्म ;द्द फ्;द्म द्दस्&द्धस्र ह्लद्दद्मँ ह्लद्गद्धह्व ह्व द्धद्गब्ह्वह्य स्रद्ध द्यद्गरु;द्म द्दस् शद्दद्मँ द्बह्नद्भद्मह्वह्य स्रद्मद्ग श्चब्द्मट द्गस्रद्मह्व [द्मद्भद्धठ्ठ स्रद्भ द्वह्वद्गह्यड्ड स्नद्मद्मह्यरु+द्म द्बद्धद्भशह्ह्व स्रद्भस्रह्य द्यक्वह्लह्वद्मक्रद्गस्र द्बभ्शक्वद्धह्;द्मह्यड्ड स्रह्य द्धशरुह्द्मद्भ स्रद्म स्रर्द्म; ह्ह्नद्भह् क्द्मद्भश्व॥द्म द्धस्र;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म द्दस््न ह्वस्द्धह्स्र] ष्द्मस्द्ध)स्र ,शड्ड द्यद्मद्गद्मद्धह्लस्र यद्मद्धह् स्रह्य द्धशरुह्क्वह् म्द्मह्य= द्गह्यड्ड ह्स्नद्मद्म ह्र;द्धष्ठह् द्धह्वद्गर्द्मं.द्म द्बद्धद्भशद्मद्भ द्धह्वद्गर्द्मं.द्म ,शड्ड द्यद्गद्मह्ल द्धह्वद्गर्द्मं.द्म स्रह्य द्धब्, ष्द्दह्नह् स्रह्नहृ द्धस्र;द्म ह्लद्मह्वद्म द्दस््न /शड्डद्य स्रद्ध द्धश॥द्मद्धद्ध"द्मस्रद्मक्द्मह्यड्ड द्यह्य ह्लख्>ह्वह्य ,शड्ड द्वञ्जह्लशब् ॥द्मद्धश"; स्रद्ध द्यश्व॥द्मद्मशह्वद्मक्द्मह्यड्ड स्रद्मह्य द्धय;द्मद्धशह् स्रद्भह्वह्य स्रद्म ;द्दद्ध क्शद्यद्भ द्दस््न द्धह्लद्यस्रद्म ,स्र म्द्म.द्म ॥द्मद्ध ष्ह्यस्रद्मद्भ ह्व"क ह्वद्दद्धड्ड द्धस्र;द्म ह्लद्म द्यस्रह्द्म्न

क्द्मस्त्र 'द्मद्धष्ठह् फ्द्म;=द्ध ;ह्नफ्&'द्मद्धष्ठह् स्रह्य :द्ब द्गह्यड्ड क्शह्द्धद्भह् द्दद्मह्य द्भद्दद्ध द्दस्ड्ड्न ;द्दद्ध क्द्बह्वह्य द्यद्ग; स्रद्म द्बभ्य़द्मशह्द्मद्भ द्दस््न ड्ढद्य द्गद्दद्म'द्मद्धष्ठह् स्रद्मह्य /द्मद्मद्भ.द्म स्रद्भह्वद्म ,शड्ड द्बभ्;द्मह्यफ् द्गह्यड्ड ब्द्मह्वह्य स्रद्ध क्॥द्मद्ध"क द्वद्बब्ष्ट/द्म स्रद्भह्वद्म ह्वस्द्ध"क्चस्र द्यद्म/द्मह्वद्म त्त्द्मद्भद्म द्दद्ध द्यश्व॥द्मश द्दस््न ह्वशद्यक्वह्लह्व स्रह्य द्धब्, क्द्मश';स्र द्यद्मद्गर्स्न; द्बभ्द्मढ्ढह् स्रद्भह्वह्य स्रद्ध ठ्ठक्वद्ध"क द्यह्य ह्लद्मफ्क्वह् क्द्मक्रद्गद्मक्द्मह्यड्ड स्रद्मह्य ह्वस्द्ध"क्चस्र द्वद्बद्मद्यस्र ष्ह्वह्वद्म श्चद्मद्धद्द,्न ड्ढद्यद्यह्य रुशद्मस्नर्द्मं क्द्मस्द्भ द्बद्भद्गद्मस्नर्द्मं स्रद्म&क्द्मक्रद्गस्रंघ;द्म.द्म क्द्मस्द्भ ब्द्मह्यस्र स्रंघ;द्म.द्म स्रद्म ठ्ठह्नद्दद्भद्म द्बभ्;द्मह्यह्लह्व द्बख्द्भद्म द्दद्मह्यह्द्म द्दस््न

द्यद्गरुह् ह्लद्मफ्क्वह् क्द्मक्रद्गद्मक्द्मह्यड्ड स्रद्मह्य ;ह्नफ् द्यद्ध/द्म स्रद्ध क्द्मद्भद्धश्व॥द्मस्र ष्ह्यब्द्म द्गह्यड्ड ह्वस्द्ध"क्चस्र द्वद्बद्मद्यस्र ष्ह्वह्वह्य क्द्मस्द्भ ठ्ठख्द्यद्भद्मह्यड्ड स्रद्मह्य ष्ह्वद्मह्वह्य स्रद्म क्ह्वह्नद्भद्मह्य/द्म द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस््न द्यद्गद्धद्बशह्द्ध म्द्मह्य= द्गह्यड्ड स्रद्दद्मँ द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चह्यड्ड ष्ह्व द्यस्रह्द्ध द्दस् ड्ढद्यस्रद्म द्बह्द्म ब्फ्द्मह्वह्य स्रह्य द्धब्, स्रद्दद्म फ्;द्म द्दस््न क्॥द्मद्ध द्यह्य ;द्धठ्ठ द्बभ्;द्मद्य श्चब् द्बरु+ह्य ह्द्मह्य फ्द्म;=द्ध ह्ल;ह्द्ध 23 ह्लख्ह्व क्स्नद्मशद्म फ्ह्नप्तद्बख्द्ध.र्द्मंद्गद्म 27 ह्लह्नब्द्मर्ड्ढं स्रह्य द्बद्मशह्व द्बशद्मर्ह्यंड्ड ह्स्र ठ्ठद्मह्यह्वद्मह्यड्ड द्बभ्;द्मह्यह्लह्वद्मह्यड्ड स्रद्ध द्बख्द्धह् द्गह्यड्ड क्द्म'द्मद्मह्द्धह् द्यक्तब्ह्द्म द्धद्गब् द्यस्रह्द्ध द्दस््न

;ह्नफ् द्यद्ध/द्म द्गद्दद्मद्बह्नद्भ'श्चद्भ.द्म क्द्मफ्द्मद्गद्ध ष्द्धद्य ष्द्भद्यद्मह्यड्ड ह्स्र ,स्र ब्द्म[द्म ह्वस्द्ध"क्चस्र द्वद्बद्मद्यस्रद्मह्यड्ड त्त्द्मद्भद्म श्चब्ह्द्म द्भद्द द्यस्रह्द्म द्दस््न ड्ढद्य /द्मद्गर्द्मंह्वह्न"क्चद्मह्व द्यह्य क्ठ्ठक्व'; शद्मह्द्मशद्भ.द्म स्रह्य द्बद्धद्भ'द्मद्मह्य/द्मह्व ,शड्ड ह्लह्व द्गद्मह्वद्य स्र द्बद्धद्भ"स्रद्मद्भ स्रह्य द्व॥द्म;&द्बम्द्मद्ध; द्बभ्;द्मह्यह्लह्व द्बख्द्भद्म द्दद्मह्यह्वह्य द्गह्यड्ड द्यक्तब्ह्द्म द्धद्गब्ह्यफ्द्ध्न

द्वद्बद्भद्मह्यष्ठह् ब्म्; द्यह्व− 80 ह्स्र द्बख्द्भद्म स्रद्भह्वद्म द्दस््न द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रह्य द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व द्बभ्शद्मद्य ॥द्मद्ध ड्ढद्यद्ध श"र्द्मं द्यद्गद्मढ्ढह् द्दद्मह्य ह्लद्म;ह्यड्डफ्ह्य्न ,ह्यद्यद्ध द्धरुस्नद्मद्धह् द्गह्यड्ड द्बद्धद्भह्लह्वद्मह्यड्ड द्यह्य क्क्र;द्ध/द्मस्र ह्क्रद्बद्भह्द्म क्द्बह्वद्मह्वह्य स्रद्मह्य स्रद्दद्म फ्;द्म द्दस््न ठ्ठह्य'द्म ॥द्मद्भ द्गह्यड्ड क्तस्ब्द्ध फ्द्म;=द्ध द्बद्धद्भशद्मद्भ 'द्मद्म[द्मद्मक्द्मह्यड्ड स्रह्य द्धब्, ड्ढद्दद्धड्ड द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड ह्व;द्म द्यड्डद्धश/द्मद्मह्व ह्स्;द्मद्भ द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस््न द्वद्यस्रह्य क्द्म/द्मद्मद्भ द्बद्भ द्य॥द्मद्ध द्यद्गस्नर्द्मं 'द्मद्म[द्मद्मक्द्मह्यड्ड द्यह्य क्ह्वह्नद्भद्मह्य/द्म द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस् द्धस्र शह्य क्द्बह्वद्म द्भद्धह्लरुंकऊह्य'द्मह्व द्यद्भस्रद्मद्भ द्यह्य ॥द्मद्ध स्रद्भद्म ब्ह्यड्ड द्धह्लद्यद्यह्य फ्द्म;=द्ध द्बद्धद्भशद्मद्भ कऊरुंक स्रह्य ह्क्रशद्म/द्मद्मह्व द्गह्यड्ड ष्ह्वह्य द्यद्गरुह् फ्द्म;=द्ध 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड क्द्मस्द्भ द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्यड्डश्चद्मब्ह्व स्रद्म द्यद्गरुह् क्द्ध/द्मस्रद्मद्भ द्वद्दह्यड्ड द्यद्मस्ड्डद्बद्म ह्लद्म द्यस्रह्य्न


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles






Warning: fopen(var/log/access.log): failed to open stream: Permission denied in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 113

Warning: fwrite() expects parameter 1 to be resource, boolean given in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 115

Warning: fclose() expects parameter 1 to be resource, boolean given in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 118