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June 1980

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द्गर्ड्ढं 80 स्रद्ध क्[द्म.रु ञ्ज;द्मह्यद्धह् स्र कद्मड्ढद्धंकब् ह्वड्ड- 3 द्बद्भ द्बभ्द्ध'द्मम्द्मद्मद्धस्नर्द्मं;द्मह्यड्ड स्रद्ध क्द्मश';स्र द्यख्श्चह्वद्म, हृद्बद्ध द्दस््न द्वद्यस्रद्ध द्यख्श्चह्वद्म ह्वड्ड- 1 द्गह्यड्ड रुशद्धस्रक्वद्धह् द्बभ्द्मढ्ढह् ह्र;द्धष्ठह्;द्मह्यड्ड स्रद्मह्य द्गस्नद्मह्नद्भद्म द्बद्दह्नँश्चह्वह्य स्रद्ध ष्द्मह् ॥द्मख्ब् द्यह्य हृद्ब फ्;द्ध द्दस््न द्बभ्द्ध'द्मम्द्म.द्मद्म द्य= 'द्मद्मद्धह् स्रह्नह्ल द्गह्यड्ड द्दद्ध श्चब्ह्यड्डफ्ह्य्न

ह्लद्दद्मँ ह्व;द्ध द्बभ्य़द्मद्बद्धक्चह्यड्ड ष्ह्वह्वद्ध द्दद्मह्य द्वह्वस्रह्य द्यड्डस्रंघद्ब ह्लह्नब्द्मर्ड्ढं द्गद्मद्द द्गह्यड्ड द्बख्द्भह्य द्दद्मह्य ह्लद्मह्वह्य श्चद्मद्धद्द, ड्ढद्यस्रह्य द्यद्मस्नद्म द्दद्ध द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रद्मह्य द्यह्व− 80 द्गह्यड्ड ह्लद्दद्मँ द्बद्दह्नँश्चह्वद्म द्दद्मह्य ड्ढद्यस्रद्म द्धह्व'श्च; ॥द्मद्ध ड्ढद्दद्धड्ड द्धठ्ठह्वद्मह्यड्ड द्दद्मह्य ह्लद्मह्वद्म श्चद्मद्धद्द,्न ड्ढद्यस्रह्य द्धब्, ह्लह्नब्द्मर्ड्ढं ,शड्ड क्फ्रुह् द्गद्मद्द द्गह्यड्ड 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्च द्ध'द्मद्धशद्भ 'द्मद्मद्धह्&स्रह्नह्ल द्गह्यड्ड ब्फ्द्म;ह्य ह्लद्म द्भद्दह्य द्दस्ड्ड्न द्ध'द्मद्धशद्भद्मह्यड्ड स्रद्ध द्धह्द्धस्नद्म;द्मँ ड्ढद्य द्बभ्स्रद्मद्भ द्दस्&

5 द्यह्य 9 ह्लह्नब्द्मर्ड्ढं & द्बख्शर्द्धं द्ग- द्बभ्-

11 द्यह्य 15 ** & द्बद्ध'श्चद्गद्ध द्ग- द्बभ्-

17 द्यह्य 21 ** & द्वनद्मद्भद्बभ्ठ्ठह्य'द्म] द्धष्द्दद्मद्भ

23 द्यह्य 28 ** & फ्ह्नह्लद्भद्मह्

30 द्यह्य 3 क्फ्रुह् & द्भद्मह्लरुस्नद्मद्मह्व ,शड्ड क्;

5 द्यह्य 9 क्फ्रुह् & फ्ह्नह्लद्भद्मह्

द्धह्वद्गर्द्मं.द्मद्म/द्मद्धह्व ह्स्नद्मद्म ह्व;ह्य द्यड्डस्रंघद्ब ब्ह्यह्वह्य शद्मब्ह्य द्य॥द्मद्ध 'द्मद्धष्ठह् द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्बद्धद्भह्लह्वद्मह्यड्ड स्रद्मह्य ड्ढह्वद्गह्यड्ड क्द्मद्गद्ध=ह् द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस््न

ड्ढह्व द्य=द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड ॥द्मद्मफ् ब्ह्यह्वह्य शद्मब्ह्य द्य॥द्मद्ध द्यद्म/द्मस्रद्मह्यड्ड स्रद्ध ;ह्नफ् ठ्ठद्मद्ध;क्रश द्बख्द्भद्म स्रद्भह्वह्य स्रह्य द्धब्, द्धशद्ध'द्म"क द्यद्म/द्मह्वद्म स्रद्भह्वद्ध द्दद्मह्यफ्द्ध्न 'द्मद्म[द्मद्मक्द्मह्यड्ड स्रह्य द्यद्भस्रद्मद्भद्ध द्भद्धह्लरुंकऊह्य'द्मह्व ह्स्नद्मद्म रुस्नद्मद्मह्वद्ध; 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रद्ध 'द्मद्म[द्मद्मक्द्मह्यड्ड स्रद्मह्य क्द्ध/द्मस्रद्मद्भ स्रह्य द्दरुह्द्मह्द्भ.द्म स्रह्य द्यश्वष्/द्म द्गह्यड्ड ॥द्मद्ध द्यह्नद्धशरुह्क्वह् श्चश्चर्द्मं ड्ढद्यद्ध क्शद्यद्भ द्बद्भ द्यश्व॥द्मश द्दद्मह्य द्यस्रह्यफ्द्ध्न ,स्र द्बभ्द्मह् स्रह्य ब्द्मह्यफ्द्मह्यड्ड स्र ,स्र द्यद्मस्नद्म ड्ढस्रंक−क्चह्य द्दद्मह्यह्वह्य द्यह्य द्वह्व म्द्मह्य=द्मह्यड्ड स्रह्य स्रर्द्म;यद्गद्मह्यड्ड स्रद्ध :द्बद्भह्य[द्मद्म ष्ह्वद्मह्वद्म ॥द्मद्ध द्यद्भब् द्दद्मह्यफ्द्म्न रु=द्ध] ष्क्कश्चद्मह्यड्ड] ह्द्धस्नर्द्मं;द्मद्ध=;द्मह्यड्ड] ठ्ठ'र्द्मंह्वद्मद्धस्नर्द्मं;द्मह्यड्ड स्रद्ध ॥द्मद्धरु+ ब्द्मह्वह्य स्रद्म स्ररु+द्म द्धह्व"द्मह्य/द्म ड्ढह्व द्य=द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस््न ड्ढद्यद्यह्य फ्श्व॥द्मद्धद्भ द्धश"द्म;द्मह्यड्ड द्बद्भ शद्मह्द्मब्द्मद्ब स्रद्भह्वह्य द्गह्यड्ड क्द्यह्नद्धश/द्मद्म द्दद्मह्यह्द्ध द्दस््न श"द्मर्द्मं स्रह्य द्धठ्ठह्व द्दद्मह्यह्वह्य स्रह्य स्रद्मद्भ.द्म द्बभ्द्म;त्न शस्द्यह्य ॥द्मद्ध क्द्ध/द्मस्र स्रद्धक्चह्वद्मर्ड्ढं द्दद्मह्यह्द्ध द्दस््न ड्ढह्व स्रद्धक्चह्वद्मड्ढ;द्मह्यड्ड स्रद्मह्य /;द्मह्व द्गह्यड्ड द्भ[द्मह्ह्य द्दह्न, क्द्म"द्मद्म<+ द्गद्मद्द स्रह्य द्य= द्गह्यड्ड द्गद्म= द्बह्नद्भद्मह्वद्ध 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्बभ्द्धह्द्धह्वद्ध/द्म;द्मह्यड्ड ह्स्नद्मद्म ह्व;ह्य द्यड्डस्रंघद्ब ब्ह्यह्वह्य शद्मब्द्मह्यड्ड स्रद्मह्य द्दद्ध ष्ह्नब्द्म;द्म फ्;द्म द्दस््न क्द्म"द्मद्म<+ द्गद्मद्य ॥द्मद्ध द्धश'द्मह्न) :द्ब द्यह्य 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्च द्य= स्रह्य द्धब्, द्यह्नद्भद्धम्द्मह् द्दस््न ह्र;द्धष्ठह्फ्ह् द्बद्भद्मद्ग'र्द्मं स्रद्भह्वह्य स्रह्य ड्ढक्कहृह्नस्र ह्र;द्धष्ठह् छ्वद्मश.द्म द्गद्मद्य द्गड्डह्य ;द्दद्मँ क्द्म;ह्यड्ड्न द्यद्म/द्मह्वद्म स्रद्ध ठ्ठक्वद्ध"क द्यह्य ॥द्मद्ध ;द्द द्गद्मद्द द्गद्दक्रशद्बख्.र्द्मं द्दद्मह्यह्द्म द्दस््न

द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश 15 ह्लख्ह्व ह्स्र द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व द्बभ्शद्मद्य द्यह्य शद्मद्धद्बद्य ब्द्मस्कह्यड्डफ्ह्य्न श"द्मर्द्मंह् स्रह्य ह्द्धह्व द्गद्दद्धह्वह्य क्स्नद्मर्द्मंह्− 15 द्धद्यह्श्वष्द्भ ह्स्र द्दद्धद्भत्त्द्मद्भ द्दद्ध प्तस्रह्यड्डफ्ह्य्न 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्चद्मह्यड्ड स्रह्य द्वठ्ठ−?द्मद्मंकह्व स्रद्म द्वह्वस्रद्म ठ्ठद्मस्द्भद्म ड्ढद्यस्रह्य ष्द्मठ्ठ द्बह्नह्वत्न क्द्मद्भश्व॥द्म द्दद्मह्य ह्लद्म;ह्यफ्द्म्न द्बभ्द्म;त्न द्यह्व− 80 स्रह्य 'द्मह्य"द्म द्गद्दद्धह्वद्मह्यड्ड द्गह्यड्ड शद्द द्धह्वद्भह्द्भ श्चब्ह्यफ्द्म्न क्ह्,श 'द्मद्धष्ठह्द्बद्धक्च ,शड्ड द्बभ्य़द्मद्बद्धक्च स्रह्य द्धब्, क्द्म"द्मद्म<+ द्गद्मद्द क्द्मस्द्भ ह्र;द्धष्ठह्फ्ह् द्बद्भद्मद्ग'र्द्मं स्रह्य द्धब्, छ्वद्मश.द्म द्गद्मद्य द्धह्व/द्मर्द्मंद्धद्भह् द्धस्र;द्म फ्;द्म द्दस््न ड्ढद्यद्धब्, द्वद्बद्भद्मह्यष्ठह् द्बभ्;द्मह्यह्लह्वद्मह्यड्ड स्रह्य द्धब्, द्धह्व;ह् द्यद्ग; द्बद्भ क्द्मह्वह्य द्यह्य क्द्मफ्ह्नह्स्रद्मह्यड्ड ,शड्ड द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रद्ध द्यह्नद्धश/द्मद्म द्भद्दह्यफ्द्ध्न

द्वद्बद्भद्मह्यष्ठह् द्य=द्मह्यड्ड द्गह्यड्ड क्द्मह्वह्य शद्मब्ह्य ह्र;द्धष्ठह् क्॥द्मद्ध द्यह्य क्द्बह्वद्म रुस्नद्मद्मह्व द्यह्नद्भद्धम्द्मह् स्रद्भद्म ब्ह्यड्ड्न द्बख्- फ्ह्नप्तठ्ठह्यश स्रह्य द्बभ्शद्मद्य द्यह्य ब्द्मस्कह्वह्य क्द्मस्द्भ द्धक्तद्भ स्रर्ड्ढं द्गद्मद्द ह्स्र ष्द्मद्दद्भ ह्लद्मह्वह्य द्यह्य श"द्मर्द्मंह् स्रह्य ;ह्य द्धठ्ठह्व ॥द्मद्ध क्द्मफ्ह्नह्स्रद्मह्यड्ड द्यह्य ॥द्मद्भह्य द्भद्दह्यड्डफ्ह्य्न ,ह्यद्यद्ध द्धरुस्नद्मद्धह् द्गह्यड्ड ;द्दद्मँ क्द्मह्वह्य स्रह्य द्बर्ख्शं क्द्बह्वद्म रुस्नद्मद्मह्व द्यह्नद्भद्धम्द्मह् स्रद्भद्म ब्ह्यह्वह्य द्यह्य द्दद्भ ठ्ठक्वद्ध"क द्यह्य द्यह्नद्धश/द्मद्म द्दद्मह्यफ्द्ध्न

शह्यठ्ठद्गद्मह्द्म फ्द्म;=द्ध कऊरुंक क्द्म;स्रद्भ द्गह्नष्ठह्

द्गद्मह्वह्वद्ध; क्द्म;स्रद्भ क्द्म;ह्नष्ठह् द्गद्दद्मह्यठ्ठ; द्गह्यद्भक्च ह्वह्य क्द्बह्वह्य द्ब= यद्गद्मड्डस्र 19 द6ड्टञ्चस्रद्भद्गह्नद्धष्ठह्ञ्च;द्मद्ध;स्रञ्च 79&80ञ्चद्दद्धद्भत्त्द्मद्भञ्च113 द्धठ्ठह्वद्मड्डस्र 2&5&80 त्त्द्मद्भद्म छ्वद्ध शह्यठ्ठद्गद्मह्द्म फ्द्म;=द्ध कऊरुंक 'द्मद्मद्धह्&स्रह्नह्ल द्दद्धद्भत्त्द्मद्भ स्रद्मह्य द्धठ्ठह्वद्मड्डस्र 1&4&80 द्यह्य 31&3&81 ह्स्र स्रद्ध क्शद्ध/द्म स्रह्य द्धब्;ह्य क्द्ध/द्मद्धह्व;द्ग 80 ह्लद्ध स्रह्य क्ह्फ्ह् क्द्म;स्रद्भ द्गह्नष्ठह् स्रद्भ द्धठ्ठ;द्म द्दस््न ह्लद्मह्य क्द्मश';स्र द्यद्ग>ह्यड्ड क्द्मठ्ठह्य'द्म द्ब= स्रद्ध द्बभ्द्धह्द्धब्द्धद्ब 'द्मद्मद्धह् स्रह्नड्डह्ल स्रह्य द्धठ्ठ;ह्य ह्लद्मह्वह्य शद्मब्ह्य क्ह्वह्नठ्ठद्मह्व द्बद्भ द्धह्व;द्गद्मह्वह्नद्यद्मद्भ क्द्म;स्रद्भ ह्वद्दद्धड्ड ब्फ्ह्यफ्द्म्न


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