जो मनुष्य दूसरों की जीविका नष्ट करते हैं, दूसरों का घर उजाड़ते हैं, दूसरे की स्त्री का उसके पति से वियोग कराते हैं और मित्रों में भेदभाव उत्पन्न करते हैं वे अवश्य नरक में जाते हैं - वेदव्यास (महा.)