सन्तुलित मन स्थिति (kahani)

December 1974

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

नेपोलियन बोना पार्ट मृगी आना, हृदय गति का असन्तुलन जैसे कई रोगों से ग्रसित था, पर उसने उन  रोगों के कारण होने वाली असुविधाओं को कभी मस्तिष्क पर हावी नहीं होने दिया। वह नियत समय पर, नियत कार्य में अपना मनोयोग पूरी तरह लगा देने का अभ्यस्त था। यही कारण था कि वह भारी पराजयों और युद्ध के अत्यधिक महत्वपूर्ण क्षणों में भी नियत समय पर गहरी निद्रा लेता रहा। उसकी सफलताओं का श्रेय उसकी चतुरता या बहादुरी को उतना नहीं, जितना कि सन्तुलित मन स्थिति को है।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles