श्री तीर्था अंक

April 1941

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भगवन्नाम प्रचारक हिन्दी का पारमार्थिक मासिक पत्र “नाम-माहात्म्य” के चतुर्थ वर्ष का विशेषाँक “श्री तीर्थांक” प्रकाशित होगा। जिसमें भारत के तीर्थों का सचित्र विस्तृत विवरण रहेगा। भगवन्नाम प्रचार की दृष्टि से विशेषाँक का मूल्य लागत से भी कम केवल 1)है और वार्षिक मूल्य 1॥) रखा है। कागज आदि सभी वस्तुओं का मूल्य तेज़ हो जाने से विशेषाँक परिमित संख्या में ही छपाया जा रहा है। अतः आप आज ही अपना तथा अपने मित्रों का वार्षिक मूल्य 1) मनीआर्डर द्वारा भेज कर ग्राहक बन कर इस भगवन्नाम प्रचार में हमारा हाथ बटावे और इस अमूल्य वस्तु का भी आनन्द लेवें।

मैनेजर’ ‘नाम - माहात्म्य’ कार्यालय

श्री भजनाश्रम भवन, वृन्दावन, यू.पी

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

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भाग 2 मथुरा, 20 अप्रैल सन् 1941 अंक 4

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