Quotation

September 1992

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अपना सुधार करो तो संपर्क में आने वाले दूसरे भी सुधर जायेंगे। जो अपने को नहीं सुधार सका उसका दूसरों को धर्मोपदेश देने का अधिकार कहाँ होता है?


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