समयदान की श्रद्धांजलि से नूतन अलख जगाई!

May 1988

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

दीपयज्ञ, प्रज्ञा विद्यालय, स्लाइड प्रोजेक्टर, नारी जागरण आदि की धूममचाई

बसंत पर्व और शिवरात्रि पर्व पर सृजन शिल्पियों से समयदान के संकल्प कराये गये उससे नव जागरण की एक नई लहर पैदा हुई है। दीप-यज्ञ और उनके द्वारा दुष्प्रवृत्ति उन्मूलन तथा सत्प्रवृत्ति संवर्धन स्लाइड प्रोजेक्टर, ज्ञान रथ, घर-घर आलोक वितरण-नारी जागरण के लिए शाखाओं की स्थापना ओर प्रौढ़ शिक्षा प्रज्ञा विद्यालयों कार्यक्रमों के विस्तार से युग निर्माण अभियान तेजी से आगे बढ़ा है। प्रस्तुत है उसके भाव-भीने वृतान्त :-

नरदेही (राज0) श्रीमती कमल पाण्डेय ने मिनी बसन्त पर्व सम्मेलन से वापस जाते ही महिला जागरण शाखा की स्थापना की। नित्य 4 घण्टे का समय वे जन संपर्क में लगाती हैं अभी तक 67 महिला सदस्य बनाकर सभी को रचनात्मक कार्यक्रमों को पूरा करने में लगाया है। विभिन्न टोलियों में चार स्थान पर प्रौढ़ पाठशालायें दोपहर दो से चार की अवधि में नित्य चल रहीं है। सुश्री मनोरमा पाण्डेय, सुषमा चौधरी, मीना चौधरी उमा माहेश्वरी तथा कमला सिंह का सराहनीय योगदान मिल रहा है। गायत्री जयन्ती एक सौ सात महिला सदस्य बनाने सौ सात अखण्ड-ज्योति तथा चौबीस युग निर्माण योजना के सदस्य बनाने का सामूहिक संकल्प लिया गया है।

पनगाँव (म0प्र0) बसन्त पर्वोत्सव हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। अवसर पर रचनात्मक कार्य क्रमों को पूरा करने के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा साहसिक संकल्प लिए गये। समूचे क्षेत्र में दीप यज्ञ कार्यक्रम के माध्यम से पूज्य गुरुदेव का संदेश पहुँचाने के लिए सर्व श्री जवाहर लाल सोनी बुद्धेश्वर प्रसाद मूलचन्द बदी प्रसाद पराग पटेल नरेश पटेल, तीरथराम, अमर सिंह श्रीमती मीराबाई, कमला इंदू, कुशलीबाई एवं साधना द्वारा टोलीबद्ध रूप में काम करने का संकल्प लिया।

श्रंगपुर स्थानीय कार्यकर्ताओं के अथक सहयोग से समूचे क्षेत्र में दीप-यज्ञ कार्यक्रम चलाने की व्यापक व्यवस्था बनाई गई है। इन दीप यज्ञ आयोजनों के माध्यम से पत्रिकाओं के अधिकाधिक सदस्य बनाने का प्रयास कार्य कर्त्ताओं द्वारा किया जा रहा है।

अलीराजपुरा बसन्तोत्सव के अवसर पर शतवेदीय दीपयज्ञ कार्यक्रम प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट व्यक्तियों का नागरिक अभिनन्दन भी गायत्री परिवार शाखा द्वारा किया गया। इस अवसर पर पाँच हजार से भी अधिक का जन समुदाय परम पूज्य गुरुदेव का संदेश सुनने के लिए एकत्र हुआ। नशा निवारण, दहेज उन्मूलन के लिए लगभग पाँच सौ प्रतिज्ञा पत्र भराये गये। आयोजन से नगर में धार्मिक प्रवृत्तियों के प्रति अपार उत्साह उमड़ा। इसे स्थायी बनाने व दिशा देने के लिए कार्यकर्ताओं ने नियमित जन संपर्क की व्यापक व्यवस्था बनाई है।

असरोडा बसन्त पर्व के सम्मेलन में श्रीमती करुणा भ्राडे ने दस स्थानों पर महिला प्रौढ़ पाठशाला, एक सौ सात स्थानों पर धर्म घटों की स्थापना एक सौ सात सद्वाक्य लिखाने तथा चौबीस अखण्ड-ज्योति के सदस्य बनाने का संकल्प लिया था। उन्हें प्रसन्नता तब हुई जब यह कार्य डेढ़ माह की स्वल्पावधि में ही पूरा हो गया। इसके पीछे परम पूज्य गुरुदेव की अदृश्य शक्ति को ही उनने सक्रिय देखा। अब उनने अपना संकल्प दुगुना कर दिया है।

द्योतकपुर श्रीमती देवरानी सिंह के अथक प्रयासों से समीपवर्ती गाँवों में दस महिला जागरण शाखाओं की स्थापना हो चूंकि है। अब तक दो माह की अवधि में लगभग पाँच हजार रुपये का साहित्य श्रीमती अनुपम सिंह तथा श्रीमती सुधा सिंह के सहयोग से विक्रय किया गया।

बस्ती शाखा के कर्मठ कार्यकर्त्ताओं की टोली द्वारा इस वर्ष व्यापक स्तर पर जन संपर्क कार्य क्रम चलाया जा रहा है। जिले की हर पंचायत तक परम पूज्य गुरुदेव का संदेश पहुँचाने के लिए दीप यज्ञ कार्यक्रमों की व्यवस्थित श्रृंखला स्थानीय स्तर पर चल रही है जून तक लगभग पाँच सौ भावनाशील परिजनों को शान्तिकुँज प्रशिक्षण में भेजने का विशेष प्रयास इन्हीं दिनों किया जा रहा है। देव दक्षिणा स्वरूप प्रतिज्ञापत्र हजारों की संख्या में भराये जा चुके है। नशा निवारण दहेज उन्मूलन प्रौढ़ शिक्षा विस्तार तथा हरीतिमा संवर्धन जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों के प्रति आम जनता का अपार उत्साह है।

रींवा 11-12 जून की अवधि में पाँच हजार वेदीय दीप-यज्ञ कार्यक्रम का संकल्प विन्ध्य क्षेत्र की समस्त शाखाओं की ओर से डा. रतन सवसेना, श्री बसन्त कुमार पाण्डेय तथा श्री प्रमोद सिंह जी द्वारा लिया गया। कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने की दृष्टि से संकल्प के साथ ही जिला स्तरीय गोष्ठियां आरंभ हो गई है। संभागीय कार्यक्रम होने के कारण सभी में अपार उत्साह है। इस बीच पूरे क्षेत्र में शत वेदीय तथा सहस्र वेदीय कार्यक्रमों की व्यापक श्रृंखला चलाई जा रहीं है। सभी की पूर्णाहुति स्वरूप वृहद आयोजन संभाग में आयोजित किया गया है।

गाडा श्री कमलेश्वरी प्र0 सिंह श्री राम बिलास सिंह तथा श्री राजेन्द्र सिंह के अथक प्रयासों से प्रज्ञा पुस्तकालय, बाल संस्कार पाठशाला युग साहित्य प्रचार केन्द्र तथा प्रौढ़ पाठशाला द्वारा समूचे क्षेत्र में महाप्रज्ञा के आलोक विस्तार में आशातीत सफलता मिल रही है।

सहसनगर की महिमा राम सिंह व अनिल श्रीवास्तव के प्रयासों से प्रज्ञा विद्यालय का शुभारम्भ समारोहपूर्वक किया गया। विद्यालय का उद्घाटन पी0डब्लू0 डी0 इंजीनियर श्री शिव प्रकाश रस्तोगी द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री रस्तोगी ने समूचे क्षेत्र में प्रज्ञा आलोक के विस्तार के लिये इसे अभूतपूर्व कदम बतलाया। नगर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा पाँच हजार रुपया तत्काल साहित्य के लिए दिया गया।

सुखरामपुर प्रज्ञा विद्यालय के माध्यम से समूचे क्षेत्र में हर शिक्षित तक सत्साहित्य पहुँचाने का अभूतपूर्व कदम उठाया गया है। विद्यालयों के नियमित छात्रों द्वारा प्रतिपादन दो व्यक्तियों से संपर्क कर उन्हें सत्साहित्य पढ़ने के लिये प्रेरित किया जाता है। इस प्रकार प्रतिदिन संपर्क होता है। अभी तक सात हजार का साहित्य मंगाया जा चुका है।

समसपुर परवन्ता प्रखण्ड कार्यालय के सामने सहस्र वेदीय दीप-यज्ञ कार्यक्रम उत्साह, उमंग एवं उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रतिष्ठित राजनैतिक तथा धार्मिक नेता सम्मिलित हुए। आयोजन में सम्मिलित प्रायः पाँच हजार के जन समूह में से अधिकाँश ने नशा निवारण की तथा दहेज उन्मूलन के संकल्प पत्र भरें। कार्यकर्ताओं की सक्रियता के परिणाम स्वरूप दो सौ पचास नये अखण्ड ज्योति के सदस्य कार्यक्रम के अवसर पर ही बनाये गये। इतने ही सदस्य और भी बनाने का संकल्प कार्य कर्त्ताओं ने मिल-जुल कर लिया।

बिलखेडी यहाँ सम्पन्न दीप यज्ञ कार्यक्रम आशातीत सफलताओं के साथ सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के सासंदश्री दिलीप सिंह झरिया ने जनसमूह को संबोधित करते हुए समाज में व्याप्त अंधविश्वास रूढ़ियों तथा कुप्रथाओं को दूर करने के लिए युग निर्माण योजना द्वारा चलाये जा रहे रचनात्मक कार्यक्रमों की सराहना की व सभी को इसमें पूरा-पूरा सहयोग देने का आह्वान किया। कार्यक्रम की सफलताओं में डा. मोहन लाल पाटीदार ठा0 विक्रम सिंह हरिभाई गौराना सर्व श्री जगन्नाथ सोनी पर्वत सिंह सुरेन्द्र सोनी राजेन्द्र सोनी तथा शिवनारायण पुरोहित का सराहनीय योगदान रहा।

वर्धसराया श्री शिव कुमार मिश्र की अटूट निष्ठा ने समूचे क्षेत्र में जाग्रति की एक नई लहर पैदा कर दी है। श्री मिश्र पिछले दिनों शान्ति कुँज सत्र में गये थे वहाँ में स्लाइड प्रोजेक्टर लाये। प्रारम्भ में जहाँ भी यह कार्यक्रम रखा जाता श्री मिश्र को उपहास ही मिलता। किन्तु वे निराश नहीं हुए। भले ही दस व्यक्तियों की उपस्थिति क्यों न रही हो? उन्हें पूरे मनोयोग के साथ स्लाइडों की व्याख्या कर बतलाते। मुहल्ले-मुहल्ले यह कार्यक्रम चलता रहा। धीरे-धीरे उपस्थिति इतनी बढ़ कि उन्हें माइक की व्यवस्था करनी पड़ी ओर अब तो इसके लिए उन्हें विधिवत् आमंत्रित किया जाता है। महीन-महीने भर के उनके कार्यक्रम निर्धारित, रहते है। इस कर्मठता ने उन्हें अपार लोक सम्मान दिया है।

ढ्योकी एक मासीय युग शिल्पी सत्र में ज्ञानरथ चलाने का संकल्प श्री मनोहर प्रताप सिंह ने लिया था। ज्ञान रथ शाँति कुँज से ही साथ ले गये थे। प्रारम्भ में गली मुहल्लों में न रथ लेकर निकलने में एक ऑफिसर होने के नाते झिझक लगती रही लेकिन इस ज्ञानरथ के बहाने जब नगरवासियों द्वारा अपार सम्मान दिया जाने लगा तो गहरा आत्म सन्तोष हुआ। अब वे नित्य छः से सात दो घण्ट ज्ञान रथ लेकर निकलते हैं लगभग दो सौ रुपये तक का प्रतिदिन साहित्य भी बिकता है साथ ही पत्रिकायें एवं साहित्य के आदान-प्रदान का भी क्रम चलता है।

गाडरवारा बसन्त पर्व के अवसर पर शतवेदीय कार्यक्रम आशातीत सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की सफलता में महिलाओं का सराहनीय योगदान रहा जिसका नेतृत्व श्रीमती चन्द्रा महाजन ने किया। कार्यक्रम के अवसर पर रचनात्मक कार्यक्रम चलाकर परमपूज्य गुरुदेव के जन्म दिन की सच्ची श्रद्धांजलि समर्पित करने का आह्वान किया गया जिसे कार्यकर्ताओं ने श्रद्धावनत होकर स्वीकार किया।

दमोह एक हजार आठ वेदीय दीपयज्ञ कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदेश काँग्रेसाध्क्ष एवं साँसद श्री दिग्विजय सिंह जी द्वारा हर्षोल्लास के साथ किया गया।

घुरामऊ श्री कमलाकर पाण्डेय के प्रयास से यहाँ प्रौढ़ पाठशाला की स्थापना की गई है। इसमें लगभग तीस महिला-पुरुष नित्य दो बजे से चार बजे तक पढ़ने आते हैं अध्यापन का उत्तरदायित्व महिलाओं में श्रीमती फूलमती मिश्रा व श्रीमती रमा देवी तथा पुरुषों में श्री वीरेन्द्र सिंह के जगदीश नारायण जी द्वारा हर विद्यालयों में सद्वाक्य लेखन का संकल्प लिया है।

इन्दौर तिलक नगर प्राँगण में आयोजित सहस्रवेदीय दीप-यज्ञ कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने नशेबाजी दहेज प्रथा शादियों में अनावश्यक धूमधाम रूढ़िवादिता जैसे कलंक को उखाड़ फेंकने ओर समाज के नव निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया है। कार्यक्रम की सफलताओं में नगर कार्यवाहक श्री भवानी कश्यप श्री समर बहादुर कौशिक श्री व्यंकट लाल गुप्ता श्री वी0के0शर्मा एस0के0 श्रीवास्तव जी0डी सोनी तथा श्री सत्यनारायण गुप्ता का सराहनीय योगदान रहा।

केविडिया कालौनी एक हजार आठ वेदीय दीप यज्ञ कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। नगर का प्राय पाँच हजार का जनसमुदाय इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुआ देश को वर्तमान विभीषिकाओं से उबारने के लिए मिशन द्वारा चलाये जा रहे रचनात्मक कार्यक्रमों की पूर्ति में पूरा पूरा सहयोग करने का आश्वासन प्रबुद्ध वर्ग ने दिया समीपवर्ती शाखाओं के आयोजन की सफलता में सराहनीय योगदान रहा। इस कार्यक्रम में सर्व श्री बनवारी लाल भाई लाल भाई राम सहाय शास्त्री अरविन्द भाई के0 शर्मा बी0के0 पेन्टर, जयंतीभाई आर॰ देवाई, आर0सी0 राज, उमंगलाल वी0 दवे, गोपाल भाई, एवं परेश भाई एम॰ शाह का विशेष सहयोग रहा।

कटरा लगभग दस हजार जन समुदाय के मध्य दीप-यज्ञ कार्यक्रम क्षेत्र में ऐतिहासिक छाप छोड़ता हुआ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम स्थल पर मानो मेला जैसा लगा हो। इसे स्थानीय कार्यकर्ताओं ने परमपूज्य गुरुदेव की अदृश्य शक्ति का चमत्कार माना। उपस्थिति जन समुदाय में से अधिकाँश ने नशा निवारण, दहेज उन्मूलन तथा वृक्षारोपण के लिए संकल्प पत्र भरें।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles