उपदेश की सफलता इस बात में नहीं कि सुनने वाले उसकी प्रशंसा करते चले जांय। जिसे सुनने के बाद वे लोग चिंतनशील, गंभीर और परिवर्तन निरत दिखाई पड़ें तो उसे सफल उपदेश समझना चाहिए। -गिलवर्ट वरनेट