थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं और तू उसके स्थान को भली भाँति देखने पर भी उसको न पायेगा पर नम लोग पृथ्वी के अधिकारी और बड़ी शान्ति के कारण सुख मानेंगे।
भजन संहिता 37।10।11
कंगाल पर इस कारण अन्धेर न करना कि वह कंगाल है और न दीनजन को कचहरी में पीसना। क्योंकि यहाँ वो इनका मुकदमा लड़ेगा और जो लोग उनका धन हर लेते हैं वह उनका प्राण भी हर लेगा।
22। 22। 23,
ओछे और अनर्थकारी को देखो वह टेढ़ी बातें बकता फिरता है। उसके मन में उलटफेर की बातें रहती है वह लगातार बुराई गढ़ता है ओर रगड़ा झगड़ा उत्पन्न करता है। इस कारण उस पर विपत्ति अचानक आ पड़ेगी। वह पल भर में ऐसा नाश हो जायेगा कि कोई उपाय न रहेगा।
6।12।15
सुन, ईश्वर न तो खरे मनुष्य को निकम्मा जान कर छोड़ देता है और न बुराई करने वालों को संभालता है।
-अयूब 8।10
कुकर्मियों के कारण मत कुढ़। कुटिल काम करने वालों के विषय में डाह न कर क्योंकि वे घास की तरह मुर्झा जाएंगे।
-भजन संहिता 37। 1। 2