संकीर्तन
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भक्तों के लिये परम उपयोगी, शान्तिप्रद तथा सच्चे सुख का साधन, भगवन्नाम प्रचारक सचित्र हिन्दी मासिक पत्र है । जिसमें महात्माओं के लेख व उपदेश, सुमधुर संकीर्तन ध्वनियाँ, सुफलित कवितायें स्त्रियों व बालकों के लिये उपयोगी व मनोरंजक कहानियों व भक्त चरित्र, सम्पूर्ण भारत के संकीर्तन उत्सवों के समाचार और महात्माओं के पते इत्यादि आपको एकत्र प्राप्त हो सकेंगे। इस वर्ष का “प्रमाणाँक” तर्क इत्यादि झगड़ों को मिटाने के लिये अमूल्य वस्तु होगी। इसमें प्रायः सभी ग्रंथों के संकीर्तन प्रमाण आपको एकत्र मिलेंगे। इसलिये आज ही 3 :) भेजकर भगवन्नाम प्रचार में हाथ बंटायें।
गंगाप्रसाद शर्मा -व्यवस्थापक “संकीर्तन” मेरठ।
यदि आप प्राचीन संस्कृत के प्रेमी है तो (गो-धर्म और संस्कृति का पोषक पत्र)
मूल्य 11) राष्ट्रलक्ष्मी एक प्र॰)
वर्ष में अनेकों विशेषाँक
प्रतिपक्ष अवश्य पढ़िये और अपनाइये
तथा विज्ञापन देकर लाभ उठाइये।
इसमें आपको ब्रजमण्डल की वेदना और वाणी तथा भारतीय राष्ट्र की साम्प्रतिक, सार्वजनिक, सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक, सुलगती समस्याओं का सरल विवेचन, अर्थ गम्भीर लेख, रसभरी कवितायें और भाव भरी कहानियाँ, सुन्दर सुमधुर गद्य काव्य आदि सस्ते में मिलेंगे। संरक्षकों से 51) सहायकों से 25) तथा समर्थकों से 5)
व्यवस्थापक- ‘राष्ट्रलक्ष्मी’ कंसखार, मथुरा
कोकिल
परिवार भर के ज्ञान और मनोरंजन के लिये
सस्ता सुन्दर मासिक पत्र
वार्षिक मूल्य 2) एक प्रति )
‘कोकिल’ में प्रति मास रसभरी कवितायें, अमिट छाप छोड़ने वाली नये ढंग की कहानियाँ, हृदय को छूने वाले निबंध, मन में गुदगुदी पैदा करने वाले व्यंग-विनोद ये सभी कुछ रहते हैं।
‘कोकिल’ हिन्दी प्रेमियों का सच्चा साथी, उदीयमान, कवि, लेखकों का मित्र और सब मिलाकर राष्ट्रीय, सामाजिक तथा धार्मिक साहित्य देने के नाते जनता का सच्चा सेवक है। आज ही ) भेजकर ग्राहक बन जाइये और हर महीने कूकने वाली कोकिला की मीठी कूक घर बैठे सुनिये।
व्यवस्थापक- ‘कोकिल’ कार्यालय, सहारनपुर।
इस कठिन समय में धन कमाने व ज्ञान वृद्धि का अपूर्व साधन
विजय-सन्देश मासिक-पत्र
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बिना पूँजी अथवा थोड़ी पूँजी द्वारा नये-नये व्यापार, धन कमाने के गुप्त भेद प्रत्येक कार्य में सफलता के साधन, जो वस्तुएं रुपयों में आप खरीदते हैं पैसों में बनाने की विचित्र युक्तियाँ, जड़ी बूटियों के गुण, विचित्र अनुभूत वैद्यक प्रयोग बताकर तहलका मचाने वाला हिन्दी संसार में अपने ढंग का एक ही मासिक-पत्र आपके नाम के प्रश्न-उत्तर तथा विज्ञापन भी मुफ्त छपेंगे। वार्षिक मूल्य 111) रुपया भेजिये तथा एक अंक मुफ्त मंगाकर पढ़िये।
पता- विजय-सन्देश, शिवपुरी, सी॰ आई॰
शक्ति और सुख की वृष्टि करने वाला संसारभर में यही एक अनूठा मासिक पत्र है।
‘अनुभूत योगमाला’
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यह 20 वर्ष से निकलने वाला प्रख्यात पत्र है, इसमें रोगों की उत्पत्ति निदान, चिकित्सा वैद्य हकीम, साधुओं के अनुभूत प्रयोग के चमत्कार रोग विषयक प्रश्न उत्तर, दीर्घ जीवी बनने के लिये रसायन, आसन, नियमादिकों का विवेचन, सम्पत्तिशाली बनने के लिये, किमियागिरी, कृषि व्यापारिक योग, आत्मसिद्धि के लिये, भक्ति प्रेम की शिक्षा आदि आदि मनुष्योपयोगी समस्त विषयों से परिपूर्ण यही एक संसार में अकेला पत्र है। इसी लिये प्रत्येक को देख कर विश्वास करने के लिये नमूना मुफ्त दिया जाता है। अभी से ग्राहक बनने वालों को ‘यूनानी चिकित्साँक’ और ‘सर्प विज्ञानाँक’ यह दो अमूल्य विशेषाँक मुफ्त मिलेंगे। अतः इसका वार्षिक मूल्य 4) रुपया भेज कर अपना नाम ग्राहकों में शीघ्र लिखा लें।
मैनेजर- अनुभूत योगमाला ऑफिस, वरालोकपुर, इटावा, यू॰ पी॰
जीवन सखा
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प्राकृतिक चिकित्सा का सचित्र मासिक पत्र विशेषाँक प्रकाशित हो गया
विशेषाँक के कुछ लेख और उनके लेखक
औषधोपचार व्यर्थ-महात्मा गाँधी
स्वास्थ्य और प्राकृतिक चिकित्सा-प्रिंसिपल केदार नाथ गुप्त
प्रकृति चिकित्सा का इतिहास एक प्रकृतिवादी
आधार-निदान - डॉ॰ बालेवरप्रसाद सिंह
इन्द्रिय-निग्रह की समस्या- डॉ॰ बरनर मैकफेडेन
गाँधीजी की दिनचर्या - श्री घनश्यामदास बिड़ला
योग और स्वास्थ्य - स्वामी शिवानन्द
बेवकूफी की भी हद होती है-भदंत आनंद कौसल्ययान
प्रकृति बनाम दवा-श्री आनन्दवर्धन
रोग और जड़ी-बूटियाँ -डॉ॰ एल॰ कामेस्वरम्
हम क्या अवश्य खायें - श्री महेशचन्द्र अग्रवाल
विटामिन की कहानी - डॉ॰ एस॰ जे. सिंह
फल और सब्जियाँ - श्री जानकीशरण वर्मा
भोजन और धूप-श्रीयुत ए॰ विजय घोष विद्युत-चिकित्सा - डॉ0 दिलकश
जीर्ण रोग, उनका कारण और निवारण- श्री विठ्ठलदास मोदी
बद्धकोष्ठ चिकित्सा -प्रो॰ भवानी प्रसाद
आँखों का सौंदर्य कैसे सुरक्षित रहे ? डॉ॰ आर॰ एस॰ अग्रवाल पचास से अधिक चित्रों से सुसज्जित वृहद् विशेषाँक मूल्य केवल 1)है
पर यह सभी नये और पुराने ग्राहकों को मुफ्त मिलेगा। वार्षिक चन्दा 3)
आज ही भेजकर इसे प्राप्त कीजिये।
मैनेजर- जीवन सखा, इलाहाबाद ।