जो मनुष्य दूसरों को आघात पहुँचाते हैं वे वास्तव में अपने आपको घायल करते हैं।
सच बोलने की आदत ठीक सुन्दर अक्षरों की लिखावट के समान है, जो केवल निरन्तर अभ्यास से ही आती है।
समुद्र के किनारे टटोलने से तो घोंघा ही मिलेगा। मोती की चाह है तो गहरी डुबकी लगाओ।
संसार जितना लक्ष्मी के पीछे पागल है, उसका सौवाँ भाग परिश्रम करके ही वह परमार्थ का अचल धन प्राप्त कर सकता है।