सुकरात से चिढ़े हुए एक व्यक्ति ने चुनौती देते हुए कहा- अपने अपमान का कसकर बदला न ले सकूँ तो मुझ पर लानत।
बदले में सुकरात ने भी उसी आवेश के साथ उतर दिया- तुम्हें अपना घनिष्ठ मित्र न बना सकूँ तो मुझ पर लानत।