Quotation

January 1980

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सम्पत्तिवान होकर भी मनुष्य यदि विपत्ति में फंसे व्यक्तियों के काम न आए तो उसकी सम्पत्ति किस काम की ? समाज से संग्रहीत सम्पत्ति का उपयोग समाज काल्यण में ही किया जाना सज्जनों का काम है। कालिदास


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