कार्यकर्ताओं के शिक्षण सत्र
गायत्री शक्ति पीठों, प्रज्ञापीठों और चरण पीठों को पूरा एवं आँशिक समय देने वाले कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में आवश्यकता पडे़गीं। वे वैतनिक भी हो सकते है और अवैतनिक भी। किन्तु उन सबका इन नये उत्तरदायित्वों को कुशलतापूर्वक निर्वाह कर सकने की साँगोपाँग जानकारी तथा योग्यता होनी ही चाहिए।
इस प्रशिक्षण के लिए शान्ति कुन्ज हरिद्वार में एक महिने के सत्रों की व्यवस्था की गई है जो हर अँग्रेजी महीने की एक तारीख से तीस तारीख तक चला करेगे। जिनके गले ठीक है, तथा स्वर की पहचान हे वे दो महिने में संगीत की भी काम चलाड शिक्षा प्राप्त कर सकेगे।
शिक्षार्थी भोजन व्यय अस्सी रुपया मासिक स्वयं वहन करेगा। भेजने वाली पीठें भी यह भा उठा सकती है। जिन्हे इस प्रशिक्षण के लिए जिस महीने आना हो वे अपना स्थान समय से पूर्व ही सुरक्षित करालें। ओवदनकर्ता स्वीकृति प्राप्त करने के उपरान्त ही आवें।
चरणपीठों के संकल्प सितम्बर से
युग सन्धि का यह प्रथम बीजारोपण वर्ष है। इसमें गायत्री शक्ति पीठें और प्रज्ञा पीठें तो यथावत् बनती ही रहेगी। साथ ही गायत्री चरण पीठों को गाँव-गाँव स्थापित करने पर अत्यधिक जोर दिया जायेगा। युग प्रवाह के अनुरुप वे इन्हीं दिनों हजारों की संख्या में बन भी जायेगी।
चरण पीठ स्थापना एवं संचालक एक सुनियोजित अभियान है इसके लिए मनस्वी प्रतिभाएँ सुनिश्चित संकल्प करेगी और इसके लिए मार्ग-दर्शन, आशीर्वाद एवं अभीष्ट आत्मबल प्राप्त करेगी। इसके लिए चार-चार दिन के छैः सत्र सितम्बर मास में लगाये जा रहे है। यह सत्र शान्ति कुन्ज में हरिद्वारा में चलेगें। यह इसे प्रकार है। (1) 1 से 4 (2) 6 से 9 (3)11 से 14 (4) 16 से 19 (5) 21 से 24 (6) 26 से 29। गुरुदेव अक्टूबर से उद्घाटन प्रवास पर चले जायेगे। इसलिए चरण पीठ स्थापनकर्ताओं को उनकी उपस्थिति, आकर संकल्प लेते एंव मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए सितम्बर में ही बुलाया गया है। जो इनमें से जिस सत्र में आवे पूर्व सूचना भेजकर स्थान सुरक्षित करालें।