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May 1979

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सितासिते सरिते संगते तन्नप्लुतासो दिवमुत्पतन्ति। ( ऋक् परिधि )

तीर्थों के आश्रय से मनुष्य भारी से भारी विपत्तियों से मुक्ति पाता है।


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