ईश्वर की भक्ति ही अच्छी (kahani)

May 1979

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किसी फकीर का एक पुराना कम्बल चोरी चला गया। उसने थाने में चोरी की गई चीजों की लिस्ट दर्ज कराई तकिया, गद्दा, छाता पजामा कोट आदि।

चोर भी संयोग वश वहीं खड़ा था। इतनी लम्बी लिस्ट देख कर वह आग बबूला हो गया और गुस्से में कम्बल दरोगा के सामने फेंकते हुए कहा-”यही वह सड़ा कम्बल, जिसके साथ यह झूठा फकीर झूठी लिस्ट लिख रहा है।

फकीर ने अपना कम्बल उठा लिया और लेकर चलने लगा तो दरोगा ने झूठी रिपोर्ट लिखाने के लिए उसे डाँटा।

गम्भीरता पूर्वक फकीर ने कहा यही कम्बल मेरे लिए सब कुछ है। इसी से तकिया गद्दा, कोट, पजामा छाता आदि का काम लेता हूँ।

जिनके लिए ईश्वर ही सब कुछ है उन्हें उस एक में ही समस्त आकाँक्षाओं की पूर्ति दिखाई पड़ती है।

-स्वामी रामतीर्थ


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