मैंने एक महिला को देखा, उसकी भाव भंगिमा को देखा और उसकी सन्तान के बारे में जान लिया, यद्यपि वह तब तक पैदा नहीं हुई थी।
एक महिला ने मुझे गौर से देखा और मेरे पुरखों के बारे में बता दिया, यद्यपि वे उसके जन्म से बहुत पहले ही मर चुके थे।
-खलील जिब्रान