बम्बई के ‘सर जे. जे. स्कूल आफ आर्ट’ नामक राजकीय कला विद्यालय के स्व. प्रिंसिपल ग्लैडस्टन सोलोमन बड़े दयालु व्यक्ति थे। सरकारी नौकरी से निवृत्त हो जाने पर भी वे अपने एक बूढ़े चपरासी को (जब तक वह जीवित रहा) अपनी पेंशन में से बस रुपये प्रति मास भेजते रहते थे। प्रति वर्ष वे बड़े दिन के अवसर पर जिस प्रकार अपने मित्र-वर्ग को शुभ कामना तथा नववर्षाभिनन्दन के कार्ड भेजा करते थे, उसी प्रकार अपने बूढ़े चपरासी को भी भेजते थे।